नई दिल्लीः बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से मौत के बाद कासगंज जेल में बंद मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी ने जेल में रो-रोकर रात गुजारी। इलाहाबाद हाईकोर्ट से अब्बास अंसारी को अनुमति न मिल पाने के चलते शनिवार को अब्बास अपने पिता मुख्तार अंसारी का अंतिम दर्शन नहीं […]
नई दिल्लीः बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से मौत के बाद कासगंज जेल में बंद मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी ने जेल में रो-रोकर रात गुजारी। इलाहाबाद हाईकोर्ट से अब्बास अंसारी को अनुमति न मिल पाने के चलते शनिवार को अब्बास अपने पिता मुख्तार अंसारी का अंतिम दर्शन नहीं कर पाया। ऐसे में शुक्रवार रात से लेकर शनिवार तक जेल में अब्बास बेचैन रहा।
शनिवार यानी 30 मार्च को भी उठने के बाद अब्बास ने सबसे पहले पढ़ने के लिए अखबार मांगा। बताया जा रहा है कि अखबार लेने के बाद अब्बास अंसारी काफी देर तक अखबार पढ़ता रहा उसके बाद उसने जेल कर्मियों से आग्रह किया कि मोबाइल पर ही उसके पिता का अंतिम दर्शन करवा दिया जाए। वह जेल कर्मियों से काफी गुहारे लगाई। बावजूद इसके पिता मुख्तार अंसारी के अंतिम दर्शन की अभिलाषा पूरी नहीं हो सकी। जेल अधिकारी द्वारा जेल नियमों का हवाला देते हुए अब्बास अंसारी को शांत करा दिया गया।
पिता के मौत की सूचना मिलते ही अब्बास बेसुध हो गया था। बताया जा रहा है कि गुरुवार रात में बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में मुख्तार अंसारी की मौत हो जाने के बाद कासगंज जेल प्रशासन द्वारा इसकी खबर रात में ही जेल में बंद मुख्तार के विधायक बेटे अब्बास अंसारी को दी गई थी। पिता की मौत की सूचना मिलने के बाद ही अब्बास अंसारी बेसुध हो गया था। इस दौरान जेल में मौजूद बंदी रक्षकों द्वारा उसे संभाला गया लेकिन वह रात भर रोता रहा। गुरुवार रात में भी वह अपने वकील से बात करने की आग्रह करता रहा।
हालांकि शुक्रवार को सुबह होने के बाद बांदा मेडिकल कॉलेज में जहां मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम शुरू हुआ वहीं अब्बास के वकील ने अब्बास अंसारी को पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी थी। लेकिन बेंच ने उसकी याचिका पर सुनवाई ही नहीं की।