नई दिल्लीः माफिया मुख्तार अंसारी का शव दफनाने में परिवार ने एक बार भी जल्दबाजी नहीं दिखाई। शव को पोस्टमार्टम हाउस ले जाने, घर पर रखने से लेकर दफानने तक अंसारी परिवार ने सावधानी बरती। इस कार्य में हर जगह पुलिस – प्रशासन की भी मदद ली। इसकी वजह अब सामने आ रही है। 10 […]
नई दिल्लीः माफिया मुख्तार अंसारी का शव दफनाने में परिवार ने एक बार भी जल्दबाजी नहीं दिखाई। शव को पोस्टमार्टम हाउस ले जाने, घर पर रखने से लेकर दफानने तक अंसारी परिवार ने सावधानी बरती। इस कार्य में हर जगह पुलिस – प्रशासन की भी मदद ली। इसकी वजह अब सामने आ रही है।
मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सांसद अफजाल अंसारी ने दावा करते हुए कहा कि मुख्तार के शव को खास तरीके से दफनाया गया है। इस कारण 10 वर्ष बाद भी जरुरत पड़ने पर शव के नाखून, बाल की जांच हो सकती है। मौत होने के कारण का भी पता लगाया जा सकता है। हालांकि उन्होंने इस खास तकनीक के बारे में कुछ नहीं बताया।
मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर सांसद अफजाल अंसारी ने बड़ा बयान दिया। एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर हार्ट अटैक भी हुआ तो उसकी वजह मुख्तार अंसारी को जहर दिया जाना है। उन्होंने दावा किया कि मुख्तार को 19 तारीख को जहर दिया गया। आगे उन्होंने कहा कि अंसारी ने खुद अदालत में आरोप लगाया था कि उन्हें जहर दिया जा रहा है। अदालत ने मामले को संज्ञान में लेते हुए रिपोर्ट मांगी थी। साथ ही जेल अधीक्षक ने हमें आश्वासन दिया था।
आईएमएस बीचएयू के फॉरेंसिक विभाग के डॉ मनोज कुमार ने कहा कि किसी शव को कब्र में रखने से मांसपेशियां छह महीने के भीतर गलने लगती है। इसके बाद हड्डी और दांत को गलने में करीब दस साल लगता है।