भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है पक्ष-विपक्ष के बीच सियासी वार-पलटवार तेज हो गया है. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस दोनों ही चुनाव प्रचार में जोर-शोर से जुटे हैं. इस बीच शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश के चुनावी दौरे पर पहुंचे. इस […]
भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है पक्ष-विपक्ष के बीच सियासी वार-पलटवार तेज हो गया है. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस दोनों ही चुनाव प्रचार में जोर-शोर से जुटे हैं. इस बीच शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश के चुनावी दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने शिवपुरी में एक जनसभा को संबोधित किया. गृह मंत्री शाह ने कहा कि जब दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की 10 साल तक सरकार थी, उस वक्त रोज पाकिस्तान से आलिया, मालिया, जमालिया भारत आकर बम धमाके करते थे. लेकिन मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार कुछ नहीं कर पाती थी. सब चुप बैठ रहते थे.
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र की शिवसेना की तरह विभाजित हो गई है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी मध्य प्रदेश में दो हिस्सों में बंट गई है. अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस के अंदर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच मतभेद है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निधाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट किया है. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है, ‘वह यह समझने में विफल हैं कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस सोनिया गांधी की है या मल्लिकार्जुन खरगे की. मध्य प्रदेश कांग्रेस अब कांग्रेस (के), कमलनाथ की कांग्रेस बन गई है. वह सर्वे करा रहे हैं और टिकट बांट रहे हैं. टिकट वितरण में गड़बड़ी होने पर वह कार्यकर्ताओं से दिग्विजय सिंह (कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य) के कपड़े फाड़ने को कह रहे हैं. ‘कार्यकर्ता दशहरे से पहले ही कपड़े फाड़ रहे हैं और पुतले जला रहे हैं.’
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. राज्य में 17 नवंबर को एक साथ सभी 230 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस दौरान राज्य के 5 करोड़ 60 लाख 925 मतदाता अपना फैसला ईवीएम में कैद करेंगे. इसके बाद 3 दिंसबर को मतों की गणना होगी. इससे पहले साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भी एक ही फेज में मतदान हुआ था.
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