भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हैं. इस बीत सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने सोमवार को अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी कर दी. इस सूची में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भी शामिल है. शिवराज को पार्टी ने उनकी परंपरागत सीट बुधवी से फिर से उम्मीदवार बनाया है. सीहोर जिले […]
भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हैं. इस बीत सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने सोमवार को अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी कर दी. इस सूची में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भी शामिल है. शिवराज को पार्टी ने उनकी परंपरागत सीट बुधवी से फिर से उम्मीदवार बनाया है. सीहोर जिले में आने वाली बुधनी सीट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह क्षेत्र भी है. वह 6 बार इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं और साल 2003 के बाद से लगातार यहां से विधायक हैं.
बुधनी विधानसभा सीट साल 1957 में अस्तित्व में आई थी. इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की राजकुमारी सूरज कला ने यहां से जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1962 में हुए विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार बंशीधर ने यहां से जीत हासिल की. फिर 1967 में भारतीय जनसंघ के प्रत्याशी मोहनलाल शिशिर और 1972 में निर्दलीय उम्मीदवार शालिग्राम वकिल ने इस सीट से चुनाव जीता. फिर 1977 में जनता पार्टी से शालिग्राम वकिल, 1980 में कांग्रेस (आई) से केएल प्रधान, 1985 में बीजेपी से चौहान सिंह चौहान, 1990 में भाजपा से शिवराज सिंह चौहान और फिर 1992 में भाजपा से ही मोहनलाल शिशिर, 1993 में कांग्रेस पार्टी से राजकुमार पटेल, 1998 में कांग्रेस से देवकुमार पटेल इस सीट से विजयी हुए. फिर इसके बाद 2003 में शिवराज सिंह चौहान के जीत का अटूट सिलसिला शुरू हुआ, जो 2008, 2013 और 2018 में भी जारी रहा.
साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के आंकड़ों को देखें तो बुधनी में कुल 205071 मतदाता हैं. इनमें महिला मतदाताओं की संख्या 116873 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 128167 है. जाति की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में ओबीसी वोटर्स बड़ी संख्या में हैं. इसके साथ ही यहां ब्राह्मण, राजपूत, पवार और मीणा मतदाताओं की संख्या में काफी है. इसके अलावा यादव और किरार भी चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते हैं, जिन्हें ओबीसी में ही गिना जाता है.
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