MP Coronavirus Cases : मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के कारण जान गंवा रहे लोगों के परिजनों का कहना है कि उन्हें लाश तक सौंपी नहीं जा रही है. भोपाल से 57 किलोमीटर दूर विदिशा जिले में ऐसा ही एक वाकया सामने आया, जिसमें कोरोना मरीज के शव को लेकर लापरवाही का एक वीडियो सामने आया.
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के कारण जान गंवा रहे लोगों के परिजनों का कहना है कि उन्हें लाश तक सौंपी नहीं जा रही है. भोपाल से 57 किलोमीटर दूर विदिशा जिले में ऐसा ही एक वाकया सामने आया, जिसमें कोरोना मरीज के शव को लेकर लापरवाही का एक वीडियो सामने आया.वीडियो में दिख रहा है कि कोविड मरीज के शव को एंबुलेंस के जरिये अस्पताल से बाहर लाया जा रहा है. लेकिन जैसे ही वाहन गेट से आगे की ओर मुड़ा, वैसे ही लाश वाहन से बाहर सड़क पर आ गिरी.
वाहन का चालक भी कथित तौर पर इससे घबरा गया और एंबुलेंस की विंड शील्ड भी चटक गई. तभी कई लोग दौड़ते हुए वहां पर आए, लेकिन पीपीई किट पहने लोग एंबुलेंस के अंदर ही देखते रहे. आरोप लग रहा है कि अस्पताल के लोग परिजनों को बिना बताए कोरोना मरीज का शव ले जा रहे थे.
Shocking! In Vidisha people are alleging that dead bodies are not being handed over to them, an ambulance is taking away a deadbody people noticed after the dead body fell from the ambulance as the driver panicked! @ndtv @ndtvindia @manishndtv @GargiRawat pic.twitter.com/RGVkcM0bAt
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) April 23, 2021
बता दें कि मध्य प्रदेश में कोरोना के एक दिन में सबसे ज्यादा 13107 नए मामले बुधवार को सामने आए थे. इस दौरान 75 लोगों की मौत हो गई. एमपी में कुल संक्रमितों की संख्या 4,46,811 तक पहुंच गई है. एमपी में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से प्रदेश में और 75 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 4,788 हो गई है. प्रदेश में बुधवार को कोविड-19 के 1781 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 1709, ग्वालियर में 1219 एवं जबलपुर में 789 नए केस आए थे.
मध्य प्रदेश में भी एक्टिव केस 4.59 लाख तक हो गया है, कई जिलों में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. इस कारण कई मरीजों की मौत भी हो गई है. मध्य प्रदेश को रोजाना 400 टन ऑक्सीज की जरूरत है और इस महीने के अंत तक राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीज एक लाख तक और बढ़ सकते हैं. ऐसे में रोजाना मेडिकल ऑक्सीजन की दरकार 500 टन तक पहुंच सकती है.