महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न और हिंसा की घटनाएं दुनियाभर में बढ़ रही हैं। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता से देशभर में आक्रोश है।
नई दिल्ली: महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न और हिंसा की घटनाएं दुनियाभर में बढ़ रही हैं। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता से देशभर में आक्रोश है। भारत ही नहीं, बल्कि कई देशों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा का स्तर चौंकाने वाला है। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में, जहां सबसे ज्यादा रेप और महिलाओं के उत्पीड़न के मामले सामने आते हैं।
भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं। चाहे वो निर्भया केस हो या कोलकाता का ताजा मामला, यहां हर दिन औसतन 86 रेप की घटनाएं दर्ज होती हैं। भारत को यौन हिंसा, पारंपरिक कुप्रथाएं, और मानव तस्करी के मामलों में सबसे खतरनाक माना गया है।
अफगानिस्तान में तालिबान के राज में महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ गए हैं। यहां महिलाओं को गैर-यौन हिंसा, स्वास्थ्य सेवाओं और आर्थिक संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ता है, जो इसे महिलाओं के लिए दूसरा सबसे खतरनाक देश बनाता है।
सीरिया सात साल के गृहयुद्ध से जूझ रहा है, जहां महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न और घरेलू हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं। स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और संघर्ष से प्रभावित हिंसा इसे महिलाओं के लिए तीसरा सबसे खतरनाक देश बनाती है।
1991 से जारी संघर्ष ने सोमालिया को महिलाओं के लिए चौथा सबसे असुरक्षित देश बना दिया है। यहां महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और हानिकारक सांस्कृतिक प्रथाओं के चलते भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
सऊदी अरब में महिलाओं को कार्यस्थल, संपत्ति के अधिकार और धार्मिक प्रथाओं के चलते कई भेदभाव का सामना करना पड़ता है। इन्हीं कारणों से इसे महिलाओं के लिए पांचवां सबसे खतरनाक देश माना गया है।
इन देशों की स्थिति हमें यह बताती है कि महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों के लिए वैश्विक स्तर पर ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
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