भारत के सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि 8 दिसंबर 2017 तक 71.24 करोड़ मोबाइल फोन और 82 करोड़ बैंक अकाउंट को आधार के साथ लिंक कराया है. जबकि, मोबाइल नंबर की संख्या में नए और पुराने नंबर शामिल हैं.
नई दिल्ली. आधार कार्ड अब सिर्फ आईडी प्रूफ तक ही सीमित नहीं रह गया है. बल्कि अब हर सरकारी योजना और कामों के के लिए आपको आधार कार्ड की जरूरत होगी. आज के समय में आधार कार्ड की जरुरत बैंक अकाउंट एक्टिवेट करने से लेकर टैक्स भरने तक होगी. यहां तक की अब अपने मोबाइल नंबर को भी एक्टिवेट रखने के लिए भी आधार कार्ड की जरुरत है. भारत के सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि 8 दिसंबर 2017 तक 71.24 करोड़ मोबाइल फोन और 82 करोड़ बैंक अकाउंट को आधार के साथ लिंक कराया है. जबकि, मोबाइल नंबर की संख्या में नए और पुराने नंबर शामिल हैं.
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि 8 दिसंबर, 2017 की स्थिति के मुताबिक, 71.24 करोड़ मोबाइल फोन और 82 करोड़ बैंक खातों को आधार के साथ लिंक कर दिया गया है. मोबाइल फोनों की इस संख्या में नए और फिर से सत्यापित नंबर शामिल हैं. प्रसाद ने कहा कि निजी बैंक खातों से आधार को जोड़ने का काम मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े 2005 के काननू में किए गए संशोधनों के आधार पर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मोबाइल नंबरों को आधार के साथ जोड़ने का काम सुप्रीम कोर्ट के 6 फरवरी 2017 के आदेश का पालन करते हुए किया जा रहा है.
हाल ही में आई रिपोर्ट में कहा गया था कि, टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को एक नोटिस भेजा है और कहा है कि वह सुनिश्चित करें कि सभी सब्सक्राइबर्स के मोबाइल नंबर उनके आधार से जुड़े हों. नोटिस में कहा गया है कि एसएमएस के जरिए सिम कार्ड्स के वेरिफिकेशन किए जाएंगे. टेलीकॉम कंपनी अपने कस्टमर्स को उनके नंबर पर वेरिफिकेशन कोड भेजेंगी. ई-केवाईसी प्रोसेस से पहले टेलीकॉम ऑपरेटर यह भेजे गए कोड के जरिए सुनिश्चित करेगी कि वो सिम कार्ड होल्डर उपलब्ध है या नहीं. इस प्रोसेस के बाद टेलीकॉम कंपनियां ई-केवाईसी प्रोसेस शुरू करेंगी.
चीनी मीडिया ने भी माना 2017 में छाए रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी