Advertisement

पैरासिटामॉल समेत ये 50 दवाइयां खाईं तो होगा बड़ा नुकसान! क्वालिटी टेस्ट में हुईं फेल

बुखार में सामान्य इस्तेमाल की जाने वाली पैरासिटामॉल टैबलेट अब क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गई है। इसके अलावा, कई अन्य दवाएं जैसे कैल्शियम

Advertisement
पैरासिटामॉल समेत ये 50 दवाइयां खाईं तो होगा बड़ा नुकसान! क्वालिटी टेस्ट में हुईं फेल
  • September 25, 2024 10:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: बुखार में सामान्य इस्तेमाल की जाने वाली पैरासिटामॉल टैबलेट अब क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गई है। इसके अलावा, कई अन्य दवाएं जैसे कैल्शियम, विटामिन डी और एंटी डायबिटीज की दवाएं भी इस लिस्ट में शामिल हैं। यह जानकारी केंद्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने अगस्त महीने में अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर साझा की है। इस सूची में 50 से अधिक दवाएं हैं जो मानक गुणवत्ता के अनुसार नहीं पाई गईं।

नियमित रूप से की जाती है जांच

हर महीने विभिन्न राज्यों से दवाओं के सैंपल लिए जाते हैं और उनकी जांच की जाती है। पहले भी जून में एक ऐसी ही सूची जारी की गई थी, जिसमें 52 दवाओं का नाम था। हाल ही में विटामिन सी, विटामिन डी3, एंटीएसिड पैन-डी, और डायबिटीज की दवा ग्लिमेपिराइड जैसी दवाएं भी इस बार क्वालिटी टेस्ट में फेल पाई गईं।

एक दिन में पैरासिटामॉल की कितनी गोलियां खा सकते हैं? एक्सपर्ट से जानें इसे  ज्यादा खाने के नुकसान | how many paracetamol is safe to eat in a day know  from expert

किन कंपनियों ने बनाई ये दवाएं?

एल्केम हेल्थ साइंस

मेज लाइफसाइंसेंस

प्योर एंड क्योर हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड

स्कॉट एडिल लिमिटेड

सरकारी डेटा में इन दवाओं की मैन्युफैक्चरिंग डेट, एक्सपायरी डेट, बैच नंबर, और प्रोडक्ट नाम की जानकारी उपलब्ध है। खासतौर पर, मेसर्स कर्नाटक एंटीबॉयोटिक्स एंड फार्मा द्वारा निर्मित 500 एमजी पैरासिटामॉल टैबलेट भी गुणवत्ता जांच में विफल पाई गई है।

Paracetamol overdose: पैरासिटामोल के ओवरडोज का लिवर पर अटैक, जानें साइड  इफेक्ट - News AajTak

नकली दवाओं का खुलासा

कोलकाता की एक दवा परीक्षण प्रयोगशाला ने एल्केम हेल्थ साइंस की एंटीबायोटिक्स क्लैवम 625 और पैन डी को नकली बताया है। इसके अलावा, हैदराबाद स्थित हेटेरो की सेपोडेम एक्सपी 50 ड्राई सस्पेंशन भी घटिया पाई गई है, जो गंभीर जीवाणु संक्रमण वाले बच्चों के लिए निर्धारित की जाती है।

इन दवाओं की गुणवत्ता में कमी स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा हो सकती है। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे इन दवाओं का सेवन करने से पहले अच्छी तरह जांच-पड़ताल करें और हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से ही दवाएं खरीदें।

 

ये भी पढ़ें: भारत की AK-203 राइफल: मुस्लिम देशों में बढ़ती मांग और रक्षा क्षेत्र में नया अध्याय

ये भी पढ़ें: बेंगलुरु की महालक्ष्मी को किसने मारा पता चल गया! भाई बोला- इस मुस्लिम शख्स ने ही…

Advertisement