September 8, 2024
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ओडिशा रेल हादसा : हादसे के 3 दिन बाद भी 100 से अधिक शवों की नहीं हो सकी पहचान

भवनेश्वर : बालासोर में पिछले शुक्रवार को रेल हादसा हुआ था जिसमें 250 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और एक हजार से अधिक लोग घायल हुए थे. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है कुछ घायलों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. घटना के इतने दिन बाद भी 100 से अधिक शवों की पहचान नहीं हो सकी है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे की जांच के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश की है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ओडिशा के विभिन्न जिलों में 200 से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है.

मुआवजा का हुआ ऐलान

रेल हादसे में मारे गए लोगों के मृतक परिवारों को मुआवजा का ऐलान किया गया है. रेल मंत्रालय और राज्य सरकार की तरफ से परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बंगाल के लोग जो इस हादसे में मारे गए है उनको अलग से मुआवजा देगी. उन्होंने ओडिशा के अस्पतालों में भर्ती घायलों से मुलाकात की और हालचाल जाना. घायलों से मिलने के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि हादसे में बहुत लोगों की मौत हुई है कुछ दिन बाद सच्चाई सामने आएगी.

लूप लाइन में खड़ी थी 2 गाड़ियां

रेलवे बोर्ड ने बताया कि जिस समय हादसा हुआ उस समय लूप लाइन पर 2 गाड़ियां खड़ी थीं जिन्हें वहाँ रोका गया था ताकि बाकी लाइन पर रुकने वाली ट्रेनें गुजर सकें. यशवंतपुर एक्सप्रेस चेन्नई की तरफ से आ रही थी जिसकी आवाज़ आ रही थी. कोरोमंडल से कुछ सेकंड पहले ये गाड़ी आ रही थीं. इस बीच कोरोमंडल एक्सप्रेस चेन्नई जाने के लिए हावड़ा की दिशा से शालीमार रेलवे स्टेशन से आ रही थी. इसके लिए सिग्नल हरा कर दिया गया था और सब कुछ सेट था. इस दौरान रेल बोर्ड ने ओवरस्पीडिंग की किसी भी बात से इनकार किया है जहां जया वर्मा ने बताया कि लोको पायलट को सिग्नल ग्रीन दिखाया जा रहा था इसलिए उसे सीधा जाना था.

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