मोरबी पुल हादसा: मोरबी। गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। इस दर्दनाक हादसे में मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 135 हो गई है। मामले में 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इसी बीच बार एसोसिएशन ने बड़ा फैसला लिया है। एसोसिएशन ने प्रस्ताव पास […]
मोरबी। गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। इस दर्दनाक हादसे में मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 135 हो गई है। मामले में 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इसी बीच बार एसोसिएशन ने बड़ा फैसला लिया है। एसोसिएशन ने प्रस्ताव पास कर आरोपियों का केस नहीं लड़ने का फैसला किया है।
बता दें कि मोरबी बार एसोसिएशन और राजकोट बार एसोसिएशन ने आरोपियों का प्रतिनिधत्व नहीं करने का फैसला किया है। दोनों बार एसोसियशनों ने सर्वसम्मति से यह फैसला किया है।
इससे पहले गुजरात के मोरबी में रविवार को हुए दर्दनाक हादसे को लेकर पुलिस ने स्थानीय कोर्ट में अपना बयान दर्ज करा दिया है। मोरबी पुलिस उपाधीक्षक और जांच अधिकारी पीए जाला ने कोर्ट में कहा है कि पुल के तार जंग खा गए थे और उनकी मरम्मत भी नहीं हुई थी, अगर मरम्मत की जाती तो यह हादसा नहीं होता।
डीएसपी जाला ने गिरफ्तार किए गए 9 लोगों में से चार की 10 दिन की रिमांड मांगते हुए कोर्ट में कहा कि पुल पर कितने लोग मौजूद हों, इस क्षमता को निर्धारित किए बगैर और बिना सरकारी मंजूरी के पुल को 26 अक्टूबर को खोल दिया गया। पुल तारों पर था और उसकी कोई ऑयलिंग या ग्रीसिंग नहीं की गई थी। जहां से पुल का तार टूटा वे जंग खाए हुए थे, अगर तारों की मरम्मत की जाती तो शायद हादसा नहीं होता।
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