मोरबी पुल हादसा: नई दिल्ली। गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को हुए पुल हादसे ने पूरे देश को सदमे में ला दिया है। 143 साल पुराने पुल के टूट जाने से करीब 400 लोग मच्छू नदी में गिर गए, जिसमें 140 से अधिक लोगों की मौत हो गई, वहीं 177 लोगों को बचा लिया […]
नई दिल्ली। गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को हुए पुल हादसे ने पूरे देश को सदमे में ला दिया है। 143 साल पुराने पुल के टूट जाने से करीब 400 लोग मच्छू नदी में गिर गए, जिसमें 140 से अधिक लोगों की मौत हो गई, वहीं 177 लोगों को बचा लिया गया। मरने वालों में बीजेपी सांसद मोहन कुंदरिया के परिवार के 12 लोग भी शामिल हैं।
राजकोट से सांसद मोहन कुंदरिया के परिवार पर रविवार रात दुखो का पहाड़ टूट गया। मोरबी पुल हादसे में बीजेपी सांसद के परिवार के 12 लोगों की मौत हो गई है। सांसद ने मीडिया ने मीडिया को बताया है कि पुल टूटने से जहां पर लोग गिरे, वहां करीब 15 फीट तक पानी था। कुछ लोग तो नदी से तैरकर बाहर निकल गए, लेकिन कई लोगों की डूबने से मौत हो गई।
पुल हादसे के वक्त वहां मौजूद एक चश्मदीद ने बताया कि मैं हादसे को शब्दों में बयां नहीं कर सकता है। वहां पर बच्चे भी थे। मैंने अपनी पूरी जिंदगी में ऐसा खौफनाक मंजर नहीं देखा था। चारो तरफ सिर्फ चीख पुकार ही सुनाई दे रही थी। वहीं, दूसरे चश्मदीद ने कहा कि मैं रातभर सो नहीं पाया, मैंने जब 7-8 महीने की गर्भवती की लाश देखी तो मेरा दिल दहल गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि मच्छु नदी का पानी मटमैला होने की वजह से लोगों को ढूंढने में काफी दिक्कत आ रही है। अधिकारी ने कहा कि उसने अपनी जिंदगी में पहली बार इतनी मौंते देखी हैं। बता दें कि आज सुबह से सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। जानकारी के मुताबिक नदी में पानी कम करने के लिए चेक डैम को तोड़ने की कोशिश की जा रही है।
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