Monsoon Weather Update: स्काईमेट द्वारा मानसून का पूर्वानुमान लगाया गया है. उनका अनुमान है कि ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तटीय आंध्र प्रदेश में पूरे मौसम में सामान्य बारिश होगी. वहीं पूर्व और मध्य भागों में बारिश की कमी रहेगी. इसी के साथ उन्होंने कहा है कि इस साल भारत में सामान्य से कम मानसून देखने को मिलेगा.
नई दिल्ली. भारत में इस साल सामान्य मानसून से नीचे बारिश होने की संभावना है. प्रइवेट मौसम विशेषज्ञ स्काइमेट का कहना है कि अल नीनो घटना से इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून प्रभावित होने की संभावना है. हालांकि भारत मौसम विज्ञान विभाग अभी तक एक आधिकारिक पूर्वानुमान के साथ सामने नहीं आया है. अगर स्काईमेट की भविष्यवाणियां सच हो जाती हैं तो भारत को लगातार दूसरे साल कम बारिश मिलेगी.
मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में तीव्र गर्मी की स्थिति होने की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि इस साल सामान्य मानसून से कम बारिश होने की संभावना है. दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा हीट वेव कंडीशन नहीं होगी क्योंकि प्री-मॉनसून एक्टिविटी शुरू हो गई है. 5 से 6 अप्रैल और लगभग 11 से 12 अप्रैल को धूल भरी आंधी चलने का अनुमान है. तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा.
अनुमान के मुातिबक दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा, विदर्भ में बहुत कम बारिश होगी. बिहार के हिस्सों और झारखंड के आसपास के भागों में कम बारिश होगी. छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र में मध्यम बारिश होगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है.
स्काईमेट के अनुसार, इस वर्ष मानसून लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 93 प्रतिशत रहने की संभावना है. एलपीए की 90-95 प्रतिशत के बीच बारिश को सामान्य से नीचे श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है. एलपीए 1951 और 2000 के बीच बारिश के औसत का माप है, जो 89 सेमी है. उन्होंने कहा कि बारिश की कमी की संभावना पूर्वी भारत के साथ-साथ मध्य भारत के एक प्रमुख क्षेत्र में देखी जाएगी. दूसरी ओर, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तटीय आंध्र प्रदेश में पूरे मौसम में सामान्य बारिश होने का अनुमान है.
स्काईमेट के सीईओ जतिन सिंह के मुताबिक, जून में एलपीए की 77 प्रतिशत बारिश की उम्मीद है, जबकि जुलाई में एलपीए की 91 प्रतिशत बारिश हो सकती है. दूसरी ओर, अगस्त और सितंबर में एलपीए के 102 प्रतिशत और 99 प्रतिशत बारिश की संभावना है. पूर्वानुमान में कहा गया है कि सामान्य से कम बारिश का अनुमान 55 प्रतिशत है, सामान्य से ज्यादा बारिश का शून्य और और सामान्य बारिश बारिश का 30 प्रतिशत अनुमान है.