नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी हवा के प्रभाव से अगले पांच दिनों में पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग की ओर से बताया गया है कि उप-हिमालयी जिलों दार्जिलिंग, कूचबिहार जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग और अलीपुरद्वार और सिक्किम में भी […]
नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी हवा के प्रभाव से अगले पांच दिनों में पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग की ओर से बताया गया है कि उप-हिमालयी जिलों दार्जिलिंग, कूचबिहार जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग और अलीपुरद्वार और सिक्किम में भी कुछ एक स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावनाए है. मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम हवा के प्रभाव में बारिश होने की उम्मीदें है.
बता दें कि उत्तरी पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के नेओरा में 24 घंटों में सबसे ज्यादा मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे 280 मिमी की भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि मूर्ति में 210 मिमी और नागरकाटा में 200 मिमी बारिश दर्ज की गयी. तीस्ता और चैल नदियों का पानी चपडांगा और राजदंगा में प्रवेश करने से क्रांति ब्लॉक के कई क्षेत्रों में जलभराव हो गय़ा है. इस इलाके का राजमार्ग भी पानी में डूब गया.
निचले इलाकों में रहने वालों को लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जिले के मल अनुमंडल से दूसरी जगह चले जाने की लिए कहा गया हैं. बीते कुछ दिनों में भारी बारिश के बाद सिलीगुड़ी के कई इलाके भी जलमग्न हो गए हैं. सोमवार सुबह से पश्चिम सिक्किम जिले के सोरेंग और युकसोमॉ 120 मिमी की भारी वर्षा हो रही है.
कर्नाटक के तटीय जिलों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
गौरतलब है कि कर्नाटक और उडुपी के दो तटीय जिलों में भारी बारिश की वजह से इलाके के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। निचले इलाकों में पानी भर गया और सोमवार को जिलों में कई जगहों पर यातायात बाधित रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को अगले चार दिनों तक क्षेत्र में भारी बारिश की अनुमान लगाया है. आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, 23 और 24 जून को इस क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होगी।
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