नई दिल्ली: इस बार भारत में मॉनसून देरी से आने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार केरल में दक्षिण पश्चिम मॉनसून पहुंचने में देरी हो सकती है। वहीं देशभर में मॉनसून का इंतजार रहता है क्योंकि बरसात की फुहारों से न केवल लोगों को गर्मी से […]
नई दिल्ली: इस बार भारत में मॉनसून देरी से आने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार केरल में दक्षिण पश्चिम मॉनसून पहुंचने में देरी हो सकती है। वहीं देशभर में मॉनसून का इंतजार रहता है क्योंकि बरसात की फुहारों से न केवल लोगों को गर्मी से निजात मिलती है बल्कि खेती-किसानी भी उस पर निर्भर रहती है। केरल में मॉनसून की तारीख 1 जून, 2023 बताई जा रही है और इसमें 7 दिनों का उतार-चढ़ाव नजर आ सकता है। इतना ही नहीं इस बार केरल में मॉनसून 4 जून, 2023 को दस्तक दे सकता है।
आईएमडी पिछले 18 साल से मॉनसून के भारत आगमन पर पूर्वानुमान लगाता आ रहा है। इतना ही नहीं कुल 6 पैरामीटरों पर यह पूर्वानुमान लगाया जाता है, इसमें उत्तर पश्चिम भारत का न्यूनतम तापमान भी शामिल है।
पिछले दिनों जब मई के महीने में दिल्ली-NCR के साथ उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में बरसात हुई और साथ ही लोगों को ठंड का एहसास होने लगा। वहीं कुछ लोगों को अनुमान हो गया था कि इस बार मॉनसून में देरी हो सकती है। हालांकि अभी ज्यादा देरी की आशंका नहीं देखी जा रही है।
यह जानना बेहद जरूरी है कि अगर मॉनसून में अधिक देर होती है तो खरीफ की प्रमुख फसलों की बुवाई में देरी होने की संभावना है। इस कारण मॉनसून देश में हो रही खेती को प्रभावित कर सकता है। बता दें कि मॉनसून पर ग्रामीणों की आय, खपत ही नहीं बल्कि देश की आर्थिक प्रोग्रेस भी निर्भर करती है।
फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर रोक लगाने की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई