हिमाचल प्रदेश में मानसून विशेषज्ञों के अनुसार, वर्षा की गतिविधि में इस समय सुस्ती आ गई है। बंगाल की खाड़ी में मानसूनी गतिविधि
Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में मानसून विशेषज्ञों के अनुसार, वर्षा की गतिविधि में इस समय सुस्ती आ गई है। बंगाल की खाड़ी में मानसूनी गतिविधि की कमी का असर हिमाचल प्रदेश तक भी दिख रहा है। अल्पकालिक विक्षोभों के बावजूद, प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की मात्रा सामान्य से कम रही है। धूप के साथ-साथ बादलों का छाया बना रहने से जनता को गर्मी की अनुभूति हो रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक श्री सुरेंद्र पॉल ने बताया कि 17 जुलाई के बाद पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। इसके बाद से हिमाचल प्रदेश में बारिश की संभावना बढ़ जाएगी। हालांकि, उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सामान्य से ज्यादा बारिश नहीं होगी।
रविवार को अनुसार, निम्नलिखित स्थानों पर वर्षा की मात्रा दर्ज की गई है:
– सुंदरनगर: 36.8 मिमी
– राजगढ़: 19.0 मिमी
– रेणुका: 15.2 मिमी
– कसोल: 13.0 मिमी
– पंडोह: 12.0 मिमी
– पांवटा साहिब: 8.2 मिमी
– करसोग: 8.1 मिमी
– गौहर: 7.0 मिमी
– सोलन: 4.4 मिमी
– कुफरी: 4.0 मिमी
– सराहन: 2.0 मिमी
– कल्पा: 1.6 मिमी
– नाहन: 1.2 मिमी
– बंजार: 1.0 मिमी
हिमाचल प्रदेश में आम लोगों के लिए सावधानियां बढ़ाई गई हैं। जिला प्रशासन और आपदा प्राधिकरण द्वारा भूस्खलन और नदी-नालों में जलस्तर बढ़ने का खतरा बताया गया है। खासकर पर्यटकों से अनुरोध किया गया है कि वो बारिशी के समय में सावधानी बरतें।
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