नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को राज्यों से मंकीपॉक्स पर निगरानी बढ़ाने को कहा था, जो दुनिया भर के कई देशों में रिपोर्ट भी किया गया। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दोहराया कि संदिग्ध मामलों की जल्द पहचान करने और उन्हें अलग करने […]
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को राज्यों से मंकीपॉक्स पर निगरानी बढ़ाने को कहा था, जो दुनिया भर के कई देशों में रिपोर्ट भी किया गया। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दोहराया कि संदिग्ध मामलों की जल्द पहचान करने और उन्हें अलग करने के लिए प्रवेश के सभी बिंदुओं पर एक कठोर निगरानी प्रणाली अवश्य होनी चाहिए। गुरुवार को भारत में भी मंकीपॉक्स ने दस्तक दी। केरल के एक मरीज में मंकीपॉक्स संक्रमण पाया गया था।
उन्होंने लिखा, ‘वैश्विक स्तर पर मंकीपॉक्स रोग फैलने और इसके लगातार विस्तार से भारत में भी बीमारी के खिलाफ तैयारियों और प्रतिक्रिया के लिए जरूरी सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यों को सक्रिय रूप से मजबूत करना जरुरी है।’
उन्होंने राज्यों से कहा है कि वे सभी संदिग्ध मामलों की या तो अस्पताल आधारित निगरानी के माध्यम से या खसरे की निगरानी के तहत लक्षित निगरानी या एमएसएम (पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुष) और एफएसडब्ल्यू (महिला यौनकर्मी) आबादी ग्रुप्स के लिए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन द्वारा पहचाने गए हस्तक्षेप स्थलों की जांच कर लें।
भूषण ने पत्र में कहते हैं, ‘मरीजों को अलग करना, अल्सर की सुरक्षा, रोगसूचक और सहायक उपचार, निरंतर निगरानी और जटिलताओं का समय पर उपचार मृत्यु दर को रोकने के मुख्य उपाय हैं।’
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों, स्वास्थ्य सुविधाओं में चिन्हित स्थलों (जैसे त्वचा, बाल चिकित्सा ओपीडीएस, टीकाकरण क्लीनिक, नाको द्वारा पहचाने गए हस्तक्षेप स्थल, आदि) के साथ-साथ साधारण निवारक रणनीतियों के बारे में आम जनता को निर्देशित गहन जोखिम संचार और तत्काल रिपोर्टिग की आवश्यकता के बारे में मामलों को शुरू करने की आवश्कता है।
उन्होंने आगे कहा, ‘अस्पतालों की पहचान की जानी चाहिए और मंकीपॉक्स के संदिग्ध मामलों के प्रबंधन के लिए चिह्नित अस्पतालों में पर्याप्त मानव संसाधन और रसद सहायता सुनिश्चित करना जरुरी है।
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, 1 जनवरी से 22 जून तक, कुल 3,413 प्रयोगशाला में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि हुई है और 50 देशों और क्षेत्रों से एक की मृत्यु हुई है।
इनमें से अधिकांश मामले यूरोपीय क्षेत्र (86 प्रतिशत) और अमेरिका (11 प्रतिशत) से आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यह वैश्विक स्तर पर मामलों के प्रसार में धीमी लेकिन लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
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