नई दिल्ली: जून महीने में आए लोकसभा चुनाव परिणाम ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हैरान कर दिया. कहां एनडीए 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी सिर्फ 240 सीटों पर सिमट गई. हालांकि, उसके नेतृत्व वाला गठबंधन बहुमत- 272 से 22 सीटें ज्यादा यानी 294 लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब रहा. जिसके बाद देश […]
नई दिल्ली: जून महीने में आए लोकसभा चुनाव परिणाम ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हैरान कर दिया. कहां एनडीए 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी सिर्फ 240 सीटों पर सिमट गई. हालांकि, उसके नेतृत्व वाला गठबंधन बहुमत- 272 से 22 सीटें ज्यादा यानी 294 लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब रहा. जिसके बाद देश में लगातार एनडीए की सरकार बनी और पीएम मोदी पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद लगातार तीसरी बार PM बनने वाले पहले नेता बने.लेकिन पीएम मोदी इस बार बीजेपी के बहुमत वाली सरकार नहीं बल्कि एनडीए सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं.
सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी शीर्ष नेतृत्व को यह बात बहुत चुभ रही है कि उसके पास अब अकेले का बहुमत नहीं रहा. इसी वजह से भाजपा अब नई रणनीति पर विचार कर रही है. सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं की मानें तो अब बीजेपी विपक्ष के मजबूत वोट बैंक में सेंधमारी करना चाहती है. यह वोट बैंक है मुस्लिमों का. पार्टी ने इसे लेकर अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है. जिसका नतीजा अब उसकी जम्मू-कश्मीर चुनाव को लेकर जारी हुई लिस्ट में देख सकते हैं.
बताया जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व अब मुस्लिमों को भी चुनाव में टिकट देने पर विचार कर रहा है. हाल ही में जम्मू-कश्मीर चुनाव को लेकर बीजेपी की जो लिस्ट आई है, उसमें अब बदली हुई भाजपा की झलक देख सकते हैं. बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर को लेकर अब दो लिस्ट जारी की है. दोनों लिस्ट में कुल 13 मुस्लिम नेताओं को टिकट दिया गया है. बता दें कि भाजपा की इस बदली हुई रणनीति से उसके समर्थकों का एक खेमा खुश नहीं है. कुछ कट्टर भाजपाई बीजेपी के इस फैसले से नाराज दिख रहे हैं.
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