मोदी जी से भी पूछताछ हुई लेकिन किसी ने धरना नहीं दिया- कांग्रेस सत्याग्रह पर बोले अमित शाह

अमित शाह: नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए सत्याग्रह (विरोध-प्रदर्शन) पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तंज कसा है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए गृहमंत्री शाह ने कहा कि गुजरात सीएम रहते हुए मोदी जी से भी पूछताछ हुई थी […]

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मोदी जी से भी पूछताछ हुई लेकिन किसी ने धरना नहीं दिया- कांग्रेस सत्याग्रह पर बोले अमित शाह

Vaibhav Mishra

  • June 25, 2022 4:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

अमित शाह:

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए सत्याग्रह (विरोध-प्रदर्शन) पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तंज कसा है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए गृहमंत्री शाह ने कहा कि गुजरात सीएम रहते हुए मोदी जी से भी पूछताछ हुई थी लेकिन तब किसी ने धरना-प्रदर्शन नहीं किया था और हमने कानून को सहयोग दिया था।

मेरी भी गिरफ्तारी हुई थी

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि गुजरात में मेरी भी गिरफ़्तारी हुई थी लेकिन किसी ने कोई भी धरना-प्रदर्शन नहीं किया था। उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान सभी को कानून का सहयोग करना चाहिए।

गुजरात दंगे पर बोले शाह

गुजरात दंगे को लेकर तत्कालीन बीजेपी सरकार पर उठ रहे सवाल पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बीजेपी विरोधी राजनीतिक पार्टियां, कुछ विचारधारा के लिए राजनीति में आए पत्रकार और एनजीओ ने मिलकर आरोपों का इतना प्रचार किया और इसका इकोसिस्टम इतना मजबूत था कि लोग असत्य को ही सत्य मानने लगे।

सिख भाई मारे गए तब सेना क्यों नहीं बुलाई

गुजरात दंगों में सेना को नहीं बुलाने के सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमने कोई लेट लतीफी नहीं की, जिस दिन गुजरात बंद का ऐलान हुआ था उसी दिन हमने सेना को बुला लिया था। गुजरात सरकार ने एक दिन की भी देरी नहीं की थी और कोर्ट ने भी इसका प्रोत्साहन किया है। लेकिन दिल्ली में सेना का मुख्यालय है, जब इतने सारे सिख भाइयों को मार दिया गया, 3 दिन तक कुछ नहीं हुआ। कितनी SIT बनी? हमारी सरकार आने के बाद SIT बनी। ये लोग हम पर आरोप लगा रहे हैं?

आरोप लगाने वाले माफी मांगे

अमित शाह ने आगे कहा कि मोदी जी ने उदाहरण पेश किया कि कैसे संविधान का सम्मान किया जा सकता है। उनसे पूछताछ की गई लेकिन किसी ने धरना नहीं दिया और कार्यकर्ता उनके साथ एकजुटता के साथ खड़े नहीं हुए। अगर आरोप लगाने वालों में अंतरात्मा है, तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए।

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