नई दिल्ली: लद्दाख को छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी तक मार्च करने वाले जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सिंघु बॉर्डर पर उनके साथ 120 लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वांगचुक समेत हिरासत में लिए गए लोगों […]
नई दिल्ली: लद्दाख को छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी तक मार्च करने वाले जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सिंघु बॉर्डर पर उनके साथ 120 लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वांगचुक समेत हिरासत में लिए गए लोगों को अलीपुर और शहर की सीमा से लगे अन्य पुलिस स्टेशनों में ले जाया गया है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि वांगचुक और अन्य लोग सीमा पर रात बिताना चाहते थे. वहीं दिल्ली में निषेधाज्ञा के कारण पहले उन्हें वापस जाने के लिए कहा गया, लेकिन जब वे नहीं रुके तो सीमा पर पहले से तैनात पुलिसकर्मियों ने वांगचुक समेत करीब 120 लोगों को हिरासत में ले लिया. सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने मोदी सरकार की तीखी आलोचना की है और कहा है कि उन्हें लद्दाख के लोगों की आवाज सुननी होगी और यह बिल्कुल अस्वीकार्य है.
The detention of Sonam Wangchuk ji and hundreds of Ladakhis peacefully marching for environmental and constitutional rights is unacceptable.
Why are elderly citizens being detained at Delhi’s border for standing up for Ladakh’s future?
Modi ji, like with the farmers, this…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 30, 2024
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, सोनम वांगचुक जी और सैकड़ों लद्दाखियों की हिरासत जो पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक मार्च कर रहे थे, अस्वीकार्य है। जो बुजुर्ग लद्दाख के भविष्य के लिए खड़े हैं उन्हें दिल्ली सीमा पर हिरासत में क्यों लिया जा रहा है? राहुल गांधी ने आगे कहा, मोदी जी, किसानों की तरह ये चक्रव्यूह भी टूटेगा और आपका अहंकार भी टूटेगा. आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी।
ये भी पढ़ें: कांग्रेस-सपा के बीच आई दरार, क्या टूट जाएगा गठबंधन, खत्म होगा अखिलेश- राहुल का भाईचारा?