भारतीय कौशल सेवा (ISS) के लिए केंद्र सरकार ट्रेनिंग सेंटर खोलने पर विचार कर रही है. ये ट्रेनिंग सेंटर कानपुर, कर्नाटक और दिल्ली में खोले जाएंगोे.
नई दिल्ली. केंद्र सरकार सिविल सेवा के क्षेत्र में एक नया विभाग लाने जा रही है. ये है भारतीय कौशल सेवा (ISS). ये लगभग IAS और IFS की ही तरह है. कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने मेल टुडे के कौशल और उद्यमिता सम्मेलन में ये जानकारी दी. कौशल और उसके महत्व को लेकर समाज के नजरिए को बदलने के इरादे से केंद्र सरकार ने भारतीय कौशल सेवा (ISS) को शुरू करने का फैसला लिया है.
अनंत कुमार हेगड़े ने कहा कि कौशल एक भिन्न स्तर की चीज है, इसे जानने के लिए अलग तरह की समझ चाहिए. हेगड़े ने कहा कि स्किल्स को लेकर जरूरी समझ और उसका वैश्विक संबंध अलग क्षेत्र हैं और सरकार उसपर काम कर रही है. उन्होंने बताया कि फिलहाल केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल की सरकार से राज्य में इसके लिए ट्रेनिंग सेंटर खोलने पर बात कर रही है. उन्होंने बताया कि हर साल देश में 1.96 करोड़ नौकरियों की जरूरतों को देखते हुए सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है.
हेगड़े ने बताया कि आईआईटी (IIT) की तर्ज पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल (ISS) के निर्माण का काम भी जारी है. इनमें से एक कानपुर और दूसरा कर्नाटक में खोला जाएगा. वहीं तीसरा दिल्ली में खोले जाने की संभावना है. उन्होंने बताया कि इसे लेकर हरियाणा, राजस्थान समेत देशभर के राज्यों की सरकार से भी बात चल रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि देश में 14 इंडिया इंटरनेश्नल स्किल सेंटर (IISC) पहले ही खोले जा चुके हैं जहां लोगों को नई तकनीक के लिए ट्रेनिंग दी जाती है जिसकी मदद से विदेशों में नौकरी पाना आसान होता है.
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