नई दिल्ली. पूर्व प्रधानंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. सरकार ने अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए तत्काल जगह देने में असमर्थता जताई है, हालांकि सरकार स्मारक के लिए जगह देने को तैयार हो गई है.  गृह मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूर्वान्ह 11.45 बजे निगम बोध घाट पर किया जाएगा.

केंद्र सरकार ने यह भी कहा है कि मनमोहन सिंह का स्मारक बनाने के लिए ट्रस्ट बनाने की जरूरत है, उसके बाद ही जमीन का आवंटन हो पाएगा. इसमें समय लगेगा लिहाजा तात्कालिक रूप से ये फैसला किया गया है. कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले को इकलौते सिख प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का घोर अपमान बताया है. इसके पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम को फोन किया था और चिट्टी लिखी थी.

गृह मंत्रालय ने क्या कहा

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक को लेकर विवाद शुरू हो गया है और इस पर राजनीति होने लगी है. विवाद बढ़ता देख गृह मंत्रालय ने देर रात स्मारक के संबंध में तथ्य शीर्षक से एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सरकार को कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे से सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करने का अनुरोध प्राप्त हुआ है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खरगे और मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया कि सरकार स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी. इसके लिए ट्रस्ट का गठन किया जाना है और स्थान आवंटित किया जाना है, इस बीच मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार और अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा सकती हैं. मनमोहन सिंह का उम्रजनित बीमारियों की वजह से गुरुवार को  निधन हो गया था.


खरगे ने लिखी थी चिट्ठी

इसके पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका एक स्मारक बन सके. गृह मंत्रालय ने जैसे ही निगम बोध घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने की बात कही सियासत शुरू हो गई. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट कर सरकार की मंशा पर सवाल उठा दिये.

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