RBI vs Govt: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और केंद्र सरकार के बीच चल रही तनातनी बढ़ती ही जा रही है. आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल पर आरोप लग रहे हैं कि वे सरकार के साथ आर्थिक मुद्दों पर बातचीत नहीं कर रहे. ऐसे में केंद्र सरकार आरबीआई एक्ट के सेक्शन 7 का इस्तेमाल कर उन्हें निर्देश लेने को मजबूर कर सकती है. यह भी खबर आ रही है कि उर्जित पटेल इस्तीफा दे सकते हैं.
नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और केंद्र सरकार के बीच टकराव अब निर्णायक मोड़ पर नजर आ रहा है. ऐसी खबरें आ रही हैं कि आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल आज इस्तीफा दे सकते हैं. अगर सरकार और आरबीआई के बीच हालात सामान्य नहीं हुए तो सरकार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ऐक्ट, 1934 के सेक्शन 7 का सहारा लेने पर विचार सकती है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के 83 साल के इतिहास में कभी, किसी सरकार ने इसका इस्तेमाल नहीं किया. लेकिन हालात ऐसे नजर आ रहे हैं कि नरेंद्र मोदी सरकार इस पर विचार कर सकती है. मौजूदा समय में मोदी सरकार सेक्शन 7 का इस्तेमाल करने से बच रही है.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ऐक्ट, 1934 की धारा 7 कहती है, कि अगर केंद्र सरकार को लगता है कि सार्वजनिक हित के लिए इसे लागू किया जाए तो बैंक के गवर्नर से मशविरे के बाद समय- समय पर निर्देश दे सकती है. उर्जित पटेल के साथ तनातनी के बीच सरकार के सामने मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ाने, आर्थिक वृद्धि को गति देने और बैंकों एवं कारोबारियों पर दबाव कम करने की चुनौती है. उर्जित पटेल कई मामलों में सरकार से साफ मना कर चुके हैं. इसके अलावा आरबीआई के डेप्युटी गवर्नर सरकार को नसीहत दे चुके हैं कि आरबीआई को अपना काम करने देना चाहिए.
केंद्र सरकार तीन विभिन्न मुद्दों पर मशविरा करते वक्त आरबीआई के सामने सेक्शन 7 का जिक्र कर चुकी है. ऐसे में माना जा रहा है कि मामला हल नहीं हो पाया तो सरकार सेक्शन 7 का इस्तेमाल कर सकती है. आचार्य विरल द्वारा सरकार पर हमला बोले जाने के बाद से सेक्शन 7 का इस्तेमाल करने के चांस बढ़ गए हैं. ऐसी जानकारी मिल रही है कि सरकार ने प्रॉम्पट करेक्टिव एक्शन (PCA), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (MSMEs) के लिए विशेष व्यवस्था और पावर सेक्टर को लेन देने के मसले पर आरबीआई के साथ विचार-विमर्श शुरू कर दिया है. AIMIM के मुखिया और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी उर्जित पटेल के इस्तीफा देेने की खबर को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है.
If RBI Governor steps down, then certainly it's the consistent policy of Modi govt to pull down independent organisations in their 4 years of rule. If he resigns,it'll be interference in autonomy of RBI. Like they destroyed CBI autonomy,now it’s RBI’s turn:Asaduddin Owaisi, AIMIM pic.twitter.com/erYsaCBAEK
— ANI (@ANI) October 31, 2018
RBI गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफा देने की खबरों पर कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी पीएम मोदी पर हमला बोला है. सुरजेवाला ने एक वीडियो ट्वीट किया और उसके कैप्शन में लिखा, ‘मोदीजी, लोकतंत्र ‘सब’ से चलता है, ‘मैं’, ‘मैं’ और ‘मैं’ से नहीं. पहले CBI और अब RBI, लगता है आप के लिए केवल है-‘आई’, ‘आई’ और ‘आई’. जान लीजिए- चमन में इख़्तिलात-ए-रंग-ओ-बू से बात बनती है, हम ही हम हैं तो क्या हम हैं, तुम ही तुम हो तो क्या तुम हो.’ नीचे देेखें, रिजर्व बैंक में मचे घमासान पर क्या कह रहे हैं कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवालाः
मोदीजी,
लोकतंत्र ‘सब’ से चलता है,
‘मैं’, ‘मैं’ और ‘मैं’ से नहीं।पहले CBI और अब RBI,
लगता है आप के लिए केवल है-‘आई’, ‘आई’ और ‘आई’।जान लीजिए-:
चमन में इख़्तिलात-ए-रंग-ओ-बू से बात बनती है,
हम ही हम हैं तो क्या हम हैं,
तुम ही तुम हो तो क्या तुम हो।#RBIvsGovt pic.twitter.com/z5hzlKFycK— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 31, 2018