Wrestlers Protest: ‘बेटियों के इन हालात के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार’- राहुल गांधी

नई दिल्ली। 18 जनवरी से पहलवानों ने दूसरी बार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर डब्लूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला. अब इनके समर्थन में 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य भी उतर आए हैं. कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पहवानों का समर्थन जताया है. उन्होंने […]

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Wrestlers Protest: ‘बेटियों के इन हालात के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार’- राहुल गांधी

SAURABH CHATURVEDI

  • June 2, 2023 5:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली। 18 जनवरी से पहलवानों ने दूसरी बार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर डब्लूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला. अब इनके समर्थन में 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य भी उतर आए हैं. कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पहवानों का समर्थन जताया है. उन्होंने कहा है कि, बेटियों के इन हालात के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार हैं.

मोदी सरकार की सुरक्षा कवच में महफूज है आरोपी

पहलवान लगातार डब्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. अब पहलवानों को कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का समर्थन भी मिल गया है. पूर्व वायनाड सांसद ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में कहा है कि, ‘ भारत के लिए 25 अंतरराष्ट्रीय मेडल लाने वाली बेटियां आज सड़कों पर न्याय का गुहार लगा रही हैं. यौन शोषण में 15 घिनौने अपराध का आरोपी सांसद (बृजभूषम शरण सिंह) पीएम मोदी की सुरक्षा कवच में बिल्कुल सुरक्षित है. पहलवान बेटियों के इन हालात के जिम्मेदार देश की मोदी सरकार है.’

नए संसद भवन के सामने महापंचायत करने से रोका

पिछले एक महीने से पहलवान बीजेपी के सांसद और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. 28 मई के दिन पहलवानों ने नए संसद भवन के सामने महा पंचायत करने का ऐलान किया उनका साथ देने के लिए किसान नेता राकेश टिकैट पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने उनको वहां जाने से रोक दिया था.

दिल्ली के जंतर मंतर पर धारा 144 लागू

जिसके बाद पुलिस और पहलवानों के बीच हाथापाई हुई उसके बाद पुलिस ने कई पहलवानों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी. इसी बीच पुलिस ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर चल रहे आंदोलन को समाप्त कर दिया और वहां पर धारा 144 लागू कर दी. इसके बाद पहलवानों निर्णय लिया था कि देश के लिए जीते गए मेडल को वहीं गंगा नदी में प्रवाहित करेंगे तभी किसान नेता नरेश टिकैट ने वहां पहुंचकर पहलवानों को समझाया और 5 दिन का समय मांगा.

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