नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण आज शुरू हो गया। इस बीच सदन में राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए गए बयानों को लेकर खूब हंगामा हुआ। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने राहुल गांधी के बयानों की आलोचना की और कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को सदन में आकर माफी मांगनी […]
नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण आज शुरू हो गया। इस बीच सदन में राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए गए बयानों को लेकर खूब हंगामा हुआ। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने राहुल गांधी के बयानों की आलोचना की और कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को सदन में आकर माफी मांगनी चाहिए। इस बीच संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र को कुचल रही है। हर जांच एजेंसी का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे (पीएम मोदी) देश को तानाशाही की तरह चला रहे हैं और फिर वे लोकतंत्र और देशभक्ति की बात करते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने आगे कहा कि हम अडानी के मुद्दे पर जेपीसी के गठन की मांग कर रहे हैं। हम जब भी संसद में इस मुद्दे को उठाते हैं तो हमारा माइक बंद कर दिया जाता है और सदन में हंगामा शुरू हो जाता है। उन्होंने कहा कि हम आज भी अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच की मांग कर रहे हैं।
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस अध्यक्ष के आरोपों पर कहा कि हमें उनकी बातों का जवाब देने में अच्छा नहीं लगता क्योंकि आलोचना करने के लिए भी तर्क होना चाहिए। वे (विपक्षी पार्टियां) संसद नहीं चलने देते, जिससे सदन में जरूरी मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पाती है। कांग्रेस पार्टी की रुचि सदन को चलने देने में नहीं है।
केंद्रीय संसदीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत के लोकतंत्र को बचाने के लिए दूसरे देशों से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। ये भारत का, भारतीय लोकतंत्र का और संसद का अपमान है। कांग्रेस नेता झूठ बोलकर भारत का अपमान कर रहे हैं। उनको सदन में जितना समय दिया गया था, उससे ज्यादा वो बोले हैं। फिर भी कहते हैं कि लोकसभा में उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जाता है।
कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध
Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद