नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले मोदी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हो सकता है. इस फेरबदल की अटकलें 29 जून के बाद से लगाई जा रही है. 29 जून को पीएम मोदी के आवास पर गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की 4 घंटे से अधिक मीटिंग चली थी. इसके बाद […]
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले मोदी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हो सकता है. इस फेरबदल की अटकलें 29 जून के बाद से लगाई जा रही है. 29 जून को पीएम मोदी के आवास पर गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की 4 घंटे से अधिक मीटिंग चली थी. इसके बाद से कैबिनेट में फेरबदल की सुगबुगाहट चल रही थी. 2021 के बाद से मोदी कैबिनेट में फेरबदल नहीं हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 जुलाई को कैबिनेट की बैठक बुलाई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2 जुलाई को ही नए मंत्री शपथ ले सकते है. 2021 में जब कैबिनेट का विस्तार हुआ था तो कई मंत्रियों का पत्ता कट गया था जिसमें रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावेड़कर और हर्षवर्धन थे वहीं किरेन रिजिजू, पुरुषोत्तम रुपाला और अनुराग ठाकुर का कद बढ़ा था.
बीजेपी का हमेशा से रणनीति रही है कि जिस राज्य में चुनाव होने वाला होता है वहां नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह दी जाती है. वहीं जिन राज्यों में चुनाव हो जाता है वहां के नेताओं का पत्ता कट जाता है. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि गुजरात के कुछ नेताओं का पत्ता कट सकता है जिसमें पुरषोत्तम रुपाला, दर्शना जरदोश और मनसुख मांडविया का नाम शामिल हो सकता है. मौजूदा समय में मनसुख मांडविया के पास स्वास्थ्य मंत्रालय है और पिछले 9 सालों में पीएम मोदी 2 स्वास्थ्य मंत्री को हटा चुके है. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि मांडविया का पत्ता कटना लगभग तय हो गया है. इसी के साथ धर्मेंद्र प्रधान जो मौजूदा समय शिक्षा मंत्री हैं उनको संगठन में भेजे जाने की चर्चा है. वहीं यूपी के कुछ नेताओं का मंत्रिमंडल में से पत्ता साफ हो सकता है.
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