नई दिल्ली: बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसलों पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी है. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इन सभी फैसलों की जानकारी दी है. IT सेक्टर के लिए […]
नई दिल्ली: बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसलों पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी है. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इन सभी फैसलों की जानकारी दी है.
अश्विनी वैष्णव ने प्रेस वार्ता में बताया कि 42 कंपनियों को टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में पहले साल में 900 करोड़ रुपए का निवेश करना था. लेकिन इसकी जगह-जगह 1600 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है उन्होंने आगे बताया कि इस साल देश में अकेले इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण के क्षेत्र में 100 बिलियन डॉलर का उत्पादन हुआ है. पिछले साल की बात करें तो 11 बिलियन डॉलर के मोबाइल का रिकॉर्ड निर्यात भी हुआ है. इसी के साथ आज कैबिनेट की बैठक में पीएलआई फॉर आईटी हार्डवेयर को मंजूरी मिल गई है.
इसके अलावा केंद्र सरकार ने खाद पर सब्सिडी देने का ऐलान किया है. केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि देश में 325 से 350 लाख मीट्रिक टन यूरिया का उपयोग किया जाता है. डीएपी और एनपीके को 100 से 125 लाख मीट्रिक टन की मात्रा में उपयोग किया जाता है. साथ ही एमओपी का इस्तेमाल सालाना 50-60 लाख मीट्रिक टन होता है. ऐसे में कैबिनेट की मीटिंग में फैसला लिया गया है कि किसानों को समय पर खाद खरीदने में सक्षम बनाने के लिए उन्हें सब्सिडी दी जाएगी. जहां मोदी सरकार ने फैसला लिया आई कि सब्सिडी बढ़ाई जाएगी लेकिन एमआरपी नहीं बढ़ाई जाएगी.
खरीफ फसलों के लिए सरकार ने फैसला लिया है कि खाद की कीमत नहीं बढ़ाई जाएगी. इसके अलावा खरीफ सीजन की फसल के लिए भारत सरकार सब्सिडी में 1 लाख 8 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी।
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