नई दिल्लीः मिजोरम में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैतेई और कुकी समाज को आपस में बैठकर मुद्दा सुलझाना चाहिए। उन्होंने कहा जब मणिपुर में स्थिति बिगड़ रही थी। तब कांग्रेस ने इस पर राजनीति करने की पूरी कोशिश की थी। मणिपुर में हुई थी हिंसा बता […]
नई दिल्लीः मिजोरम में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैतेई और कुकी समाज को आपस में बैठकर मुद्दा सुलझाना चाहिए। उन्होंने कहा जब मणिपुर में स्थिति बिगड़ रही थी। तब कांग्रेस ने इस पर राजनीति करने की पूरी कोशिश की थी।
बता दें कि मणिपुर में पिछले कई महीनों में मैतई और कुकी समाज समुदायों के बीच संघर्ष देखा गया। 3 मई को राज्य में हिंसा भड़कने के बाद से 180 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। मैतेई समुदाय द्वारा अनुसुचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च आयोजित किया गया था। मणिपुर की आबादी में मैतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते है। जबकि आदिवासी, जिनमें नागा और कुकी शामिल है। वहीं 40 प्रतिशत से ज्यादा कुकी पहाड़ी जिलों में रहते है।
मणिपुर की मैतेई और कुकी समुदायों को लेकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मिजोरम के टिपा में खुलकर बोला है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, पिछले नौ सालों में पूर्वोत्तर शांत रहा है। हालांकि हमने मणिपुर में हिंसा देखी है, जो बहुत दर्दनाक है। साथ ही उन्होंने कहा, हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है। दोनों समुदायों को एक साथ बैठकर मुद्दों को सुलझाना चाहिए। इसमें दिल से दिल की बातचीत होनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि अगर राज्य में भाजपा सत्ता में आती है तो मिजोरम को नशा मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा, नरेंद्र मोदी सरकार का मानना है कि जब तक पूर्वोत्तर वास्तव में विकसित नहीं होगा तब तक भारत का सपना पूरा हो सकेगा।