नई दिल्ली, भारत की महान महिला क्रिकेटर मिताली राज ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया है. मिताली राज ने भारतीय महिला क्रिकेट की लंबे समय तक सेवा की, लेकिन अब उनके क्रिकेट के सफर का अंत हो गया है. हालांकि, महिला क्रिकेट की सचिन तेंदुलकर कही जाने वाली मिताली राज […]
नई दिल्ली, भारत की महान महिला क्रिकेटर मिताली राज ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया है. मिताली राज ने भारतीय महिला क्रिकेट की लंबे समय तक सेवा की, लेकिन अब उनके क्रिकेट के सफर का अंत हो गया है. हालांकि, महिला क्रिकेट की सचिन तेंदुलकर कही जाने वाली मिताली राज का वर्ल्ड कप जीतने का सपना उनके संन्यास के साथ अधूरा रह गया.
दाएं हाथ की बल्लेबाज मिताली राज आखिरी बार न्यूजीलैंड में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप का हिस्सा थीं, लेकिन उनकी कप्तानी में टीम सेमीफाइनल से पहले ही बाहर हो गई थीं और उनका वर्ल्ड कप जीतने का सपना रह गया था. ये उनके करियर का आखिरी वर्ल्ड कप कहा जा रहा था और ऐसा ही देखने को मिला, क्योंकि अब उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है. कुछ साल पहले उन्होंने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से भी संन्यास लिया था.
मिताली ने वनडे में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा मैच जीते हैं और बतौर बैटर भी मिताली का बल्ला जमकर चला है. वह वनडे में सबसे ज्यादा रन बटोरने वाली महिला क्रिकेटर हैं. टेस्ट में उन्होंने दोहरा शतक जमाया है.
बतौर कप्तान सबसे ज्यादा 155 वनडे मैचों में कप्तानी की, साथ ही सबसे ज्यादा 89 वनडे मैचेज़ में जीत हासिल की.
मिताली राज दुनिया की अकेली ऐसी महिला कप्तान हैं, जिन्होंने 150 से ज्यादा वनडे मैचेज़ में कप्तानी की है.
मिताली वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा 7805 रन बनाने वाली पहली महिला क्रिकेटर हैं. उन्होंने 232 वनडे में 7 शतक और 64 अर्धशतक लगाए हैं.
मिताली ने करियर में सिर्फ 12 टेस्ट मैच खेले, मगर इनमे भी 43.68 की औसत से 699 रन बनाए हैं, जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल हैं.