MIG-21 vs F-16: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला लेते हुए जब भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में एयर स्ट्राइक किए तो तिलमिलाए पाकिस्तान ने भी भारत के खिलाफ कार्रवाई की कोशिश की और अमेरिका से खरीदे शक्तिशाली फाइटर जेट एफ-16 भारत की सीमा में घुसा दिया, जिसका भारतीय वायु सेना के जवानों ने भी करारा जवाब दिया और काफी पुराने फाइटर जेट मिग-21 की मदद से ही पाकिस्तानियों को खदेड़ दिया. इस दौरान एक मिग-21 विमान के पीओके में क्रैश होने के बाद भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान पाकिस्तान के कब्जे में आ गए. आज अभिनंदन वर्तमान की वाघा बॉर्डर के जरिये वतन वापसी होने वाली है. इस बीच हम आपको बताते हैं 50 साल पुराने मिग 21 की खासियतें, जिससे अभिनंदन वर्तमान ने पाकिस्तान का अत्याधुनिक एफ 16 फाइटर प्लेन मार गिराया:
नई दिल्लीः भारत ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के जवाब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर ( पीओके) में आतंकी संगठनों पर एयर स्ट्राइक करके दिया जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति बन गई और सीमा पर तनातनी देखने को मिली. एयर स्ट्राइक के जवाब में पाकिस्तान की वायु सेना ने बीते बुधवार को भारतीय सीमा में घुसकर हमला करने की कोशिश की, जिसके भारतीय वायु सेना के जांबाजों ने नाकाम करते हुए न सिर्फ खदेड़ दिया, बल्कि पाकिस्तान के शक्तिशाली फाइटर जेट एफ-16 को मार भी गिराया. हालांकि, जवाबी कार्रवाई में भारतीय वायु सेना का काफी पुराना फाइटर जेट मिग-21 बाइसन पीओके में क्रैश हो गया और विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान पाकिस्तानी सेना के हाथ लग गए. हालांकि इस घटना के एक दिन बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि वह भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को भारत को सौंपेंगे.
इन सबके बीच एक अहम बात यह है कि लगभग रिटायरमेंट हो चुके और 50 साल पुराने मिग-21 बाइसन ने दुनिया के दूसरे सबसे शक्तिशाली लड़ाकू विमान एफ-16 को कैसे मार गिराया. हालांकि किसी भी विमान को चलाने के लिए पायलट के साहस और समझ बूझ की अहम भूमिका होती है, लेकिन कई दफा यह समझ बूझ ताकत के सामने फीकी पड़ जाती है, लेकिन विंग कमांडर अभिनंदन ने न सिर्फ पाकिस्तान के एफ-16 फाइटर जेट को मार गिराया, बल्कि मिग-21 के क्रैश होने के बाद अपनी जान भी बचाई. यहां ये बताना जरूरी है कि मिग-21 के मुकाबले एफ-16 लड़ाकू विमान कहीं ज्यादा ताकतवर और आधुनिक है.
आइए, इन दोनों विमानों की खासियतों पर एक नजर डालते हैं:
मिग-21 बाइसन
रूस से खरीदे मिग-21 बाइसन को भारतीय वायु सेना पिछले 50 साल से ज्यादा समय से इस्तेमाल कर रही है. साल 1972 में पहली बार वायु सेना की सेवा में लाए गए इस विमान में समय से साथ कई सारे बदलाव हुए हैं. साल 1990 के दशक में जब इसके रिटायरमेंट की खबरें आने लगीं को इसे बाइसन ने अपग्रेड कर दिया. वर्ष 2006 में 110 मिग-21 विमानों को अपग्रेड किया गया और इसमें मल्टी मोड रडार सिस्टम डालने के साथ ही इसका कम्युनिकेशन सिस्टम भी बेहतर किया गया. हवा से हवा में और हवा से जमीन पर मार करने वाले इस विमान की मारक क्षमता 1470 किलोमीटर की है. इस फाइटर जेट में एक साथ भारी मात्रा में गोला-बारूद और दुश्मन टारगेट पर गोलियां बरसाने की व्यवस्था की है. साल 2006 में जब इस फाइटर जेट को अपग्रेड किया गया, तब इसमें केमिकल और क्लस्टर बम ले जाने की भी व्यवस्था की गई थी. यह लड़ाकू विमान 1000 किलोग्राम वजन वाले बमों को टारगेट पर गिराने की क्षमता रखता है.
यहां बताना जरूरी है कि पिछले 10 वर्षों के दौरान कई बार मिग-21 के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबरें आई हैं. साल 1972 से अप्रैल 2012 तक 482 मिग फाइटर जेट क्रैश हुए, जिसमें 171 पायलटों की मौत हुई और 39 नागरिकों ने ही हादसे में जान गंवाई. सरकार ने मई 2012 में संसद में इसकी जानकारी दी थी.
एफ-16 में क्या है खास
मालूम हो कि पाकिस्तान समेत कई देशों के पास एफ-16 फाइटर जेट हैं. यह अमेरिका द्वारा निर्मित फोर्थ जनेरेशन का अत्याधुनिक लड़ाकू विमान है. यह दुनिया का दूसरा सबसे शक्तिशाली लड़ाकू विमान माना जाता है. यह सिंगल इंजन वाला सुपरसोनिक मल्टीरोल फाइटर जेट है. इसमें अडवांस्ड रडार, जीपीएस नैविगेशन समेत कई अन्य सुविधाएं हैं. यह फाइटर जेट हवा से हवा, हवा से जमीन और हवा से समुद्री जहाज तक मार करने वाली क्षमताओं से लैस है. यह किसी भी मौसम में दुश्मनों पर वार करने में सक्षम है और इसकी मारक क्षमता 2120 किलोमीटर की है. एफ-16 मिग 21 से ज्यादा सक्षम विमान है. पाकिस्तान पिछले 40 वर्षों से इस फाइटर जेट का इस्तेमाल कर रहा है. 10 साल पहले इसने एफ-16 की नई खेप में Block-50 मॉडल इंट्रोड्यूस किया था.