नई दिल्ली: दुनिया भर में कोरोना संकट नामक एक बड़ी समस्या अभी भी कायम है। लेकिन अब एक और बुरी खबर सामने आ रही है. अबू धाबी में एक व्यक्ति को MERS-CoV नामक खतरनाक वायरस से संक्रमित पाया गया है. शख्स की उम्र 28 साल है और उसके संक्रमित होने की पुष्टि पिछले महीने की […]
नई दिल्ली: दुनिया भर में कोरोना संकट नामक एक बड़ी समस्या अभी भी कायम है। लेकिन अब एक और बुरी खबर सामने आ रही है. अबू धाबी में एक व्यक्ति को MERS-CoV नामक खतरनाक वायरस से संक्रमित पाया गया है. शख्स की उम्र 28 साल है और उसके संक्रमित होने की पुष्टि पिछले महीने की गयी थी.
मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम एक वायरस से उत्पन्न होने वाली बीमारी है. इस वायरस की पुष्टि पहले वर्ष 2012 में साऊदी अरब में की गयी थी. जानकारी के अनुसार कोरोना बीमारी का एक बड़ा समूह है, इसके अंदर आने वाले वायरस ज्यादातर सर्दी-जुकाम से कोविड-19 और गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम जैसी समस्याओं का बड़ा कारण बन जाता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह वायरस एक जूनोटिक वायरस है, इसका मतलब यह है कि इंसानों और जानवरों में फैलता है. मध्य पूर्व, दक्षिण एशिया और अफ्रीका जैसे कई सदस्य देशों में इसकी पुष्टि की गयी है. मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम वायरस को ड्रोमेडरी ऊंटों में मानव संक्रमण के संबंध में जोड़ा गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम वायरस संक्रमित मरीज़ों में सांस लेने में तकलीफ, बुखार और खांसी जैसे लक्षण देखने को मिले हैं. इस वायरस के लक्षण और निमोनिया बीमारी के लक्षण एक जैसे पाए गए हैं किंतु जरुरी नहीं की ऐसे लक्षण दिखने पर यह मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम वायरस ही हो.