केंद्रीय जांच ब्यूरो ने भगोड़े मेहुल चौकसी के बारे में जानाकरी मांगी है. सुत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि पीएनबी फ्रॉड केस फरारा बिजनेसमेन मेहूल ने कैरेबियाई देश की नागिरकता ले ली है. जिसके बाद कई सवाल उठते है कि आखिर मेहूल चौकसी को इतनी जल्दी नागरिकता कैसे मिल गई है.
नई दिल्ली. जैसे ही ये खबर आई कि पीएनबी फ्रॉड केस में फरार चल रहे बिजनेसमेन मेहूल चौकसी ने एक गुमनाम से कैरेबियाई देश की नागरिकता ले ली है, तो कइयों के मन में सवाल उठा कि ऐसे कैसे मिल गई इतनी जल्दी नागरिकता? और ऐसे में आपको जब ये पता चले कि ये खेल केवल चार महीने और एक करोड़ का है तो आप चौंक ही जाएंगे.
जी हां, दुनियां में ऐसे कई देश हैं जो तीन से चार महीने में आपको बिना वहां जाए, या इंटरव्यू दिए आपको उस देश की नागरिकता दे देते हैं, ये भी जरुरी नहीं है कि आप किसी दूसरे देश के नागरिक हैं भी या नहीं. ये भी जरूरी नहीं कि आप उस देश में पैदा हुए या नहीं, ये भी जरूरी नहीं कि आप या आपके खानदान का कभी कोई कनेक्शन उस देश से रहा भी है या नहीं.
और इन सबका फायदा उठाकर उनमें से एक देश एंटीगुआ एंड बारबुडा की नागरिकता मेहुल चौकसी ने ले ली है. मेहुल को जब ये पता चला कि लंदन की कोर्ट ने ईडी को विजय माल्या की लंदन की सम्पत्ति जब्त करने की इजाजत दे दी है और कल को केस हारने पर माल्या का प्रत्यार्पण भी हो सकता है तो मेहुल के लिए ये दिक्कत की बात थी क्योंकि जाकिर नायक या माल्या की तरह उसके पास किसी दूसरे देश की नागरिकता भी नहीं थी.
ऐसे में लुकआउट नोटिस के बाद कभी भी मेहुल का भारतीय पासपोर्ट रद्द हो सकता है, जबकि नई नागरिकता लेते ही उसके पास अब नया पासपोर्ट है और 132 देशों में बिना वीजा के जाने का मौका भी और ये सब उसने बस चार महीने और एक करोड़ तीस लाख रुपए में कर दिखाया है.
जानिए मेहुल चौकसी का पूरा ‘मिशन सिटीजनशिप’ और दुनियां के ऐसे 12 देशों के बारे में जो किसी को भी इन्वेस्टमेंट या थोड़ी सी फीस के बदले नागरिकता देने के लिए तैयार हैं, साथ में मिलते हैं तमाम तरह के अन्य फायदे भी, इस वीडियो शो में विष्णु शर्मा के साथ
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