Mehbooba Mufti on Kashmir: पुलवामा आतंकी हमले के बाद कश्मीर की परिस्थितियों पर महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान सामने आया है. महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि कश्मीर में बेचैनी और दहशत का माहौल है. मुफ्ती ने सवाल उठाते हुए लिखा कि आखिर कश्मीरियों के प्रति ऐसी क्रूरता क्यों? बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने कश्मीर में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी है.
श्रीनगर, जम्मू कश्मीर. जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि कश्मीर में बेचैनी और दहशत का माहौल है. किसी के पास इस बात का कोई सुराग नहीं है कि क्या होने वाला है. लेकिन कयामत का एक अजीब एहसास यहां की फिजाओं में है. इस तरह के अतिरंजित माहौल में जनता का गुस्सा कश्मीरियों की तरफ मोड़ दिया गया है.
महबूबा मुफ्ती का यह बयान पुलवामा हमले के बाद उपजी परिस्थितियों पर आया है. मुफ्ती ने सवाल उठाते हुए अपने एक ट्वीट में लिखा कि उन्हें (कश्मीरियों) को किस बात की सजा दी जा रही है? उनके साथ ये क्रूरता क्यों? मुफ्ती का मानना है कि कश्मीरी पहले कभी भी इस तरह से दुश्मनी के शिकार नहीं हुए. उल्लेखनीय है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने राज्य में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी है.
There is a sense of unease and panic in Kashmir. Nobody has a clue about what is to come but an ominous feeling of impending doom hangs in the air. In such a surcharged atmosphere, public anger has been diverted towards Kashmiris.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 24, 2019
They have never been subjected to this kind of unbridled https://t.co/K3OGRBHMuo want Kashmir yet wage a war against its people? What are they being punished for? Why brutalise them?
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 24, 2019
कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा छीन ली गई है. अलवागवादी नेता यासीन मलिक को हिरासत में ले लिया गया है. कश्मीर को विशेष प्रावधान देने वाले आर्टिकल 35-ए को अध्यादेश के जरिए हटाने की बात की जा रही है. ऐसी स्थिति में महबूबा मुफ्ती खूल कर कश्मीर के पक्ष में उतर चुकी हैं. भाजपा के साथ राज्य में सत्ता संभाल चुकी महबूबा अब केंद्र सरकार को निशाने पर ले रही है.
महबूबा मुफ्ती का यह बयान राज्यपाल सत्यपाल मलिक के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कश्मीरियों को चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है. गौरतलब हो कि पुलवामा हमले के कश्मीर से बाहर रह रहें कश्मीरियों पर हमले की खबरें भी सामने आई थी. साथ ही राज्य में सुरक्षाबलों की भारी तैनाती से कश्मीर का माहौल गरमा गया है.