बेंगलुरुः लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल तैयारियां शुरु कर दिए हैं।। अब एनडीए सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता की कवायद तेज हो गई है। बेंगलुरु में 17 जुलाई को विपक्षी दलों की मीटींग होनी है, इससे पहले पिछले महिने 23 जून को पटना में नितीश कुमार के नेतृतव में मीटींग हुई थी। जिसमें […]
बेंगलुरुः लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल तैयारियां शुरु कर दिए हैं।। अब एनडीए सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता की कवायद तेज हो गई है। बेंगलुरु में 17 जुलाई को विपक्षी दलों की मीटींग होनी है, इससे पहले पिछले महिने 23 जून को पटना में नितीश कुमार के नेतृतव में मीटींग हुई थी। जिसमें कांग्रेस, जेडयू, राजद, सपा समेत 17 दलों ने हिस्सा लिया था।इस बैठक में 8 नए दलों को न्योता भेजा जाएगा। मीटींग के बाद कांग्रेस की तरफ से रात्रिभोज का आयोजन किया जाएगा। बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु जिसमें इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और आम आदमी पार्टी को भी न्योता दिया गया है।
एमडीएमके
केडीएमके
वीसीके
आरएसपी
ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग
केरल कांग्रेस( जोसेफ)
केरल कांग्रेस( मणी )
अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए केंद्र सरकार द्वारा ला रहे अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली सरकार ने सभी विपक्षी पार्टियों से समर्थन मांगा है।आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस से भी समर्थन मांगी थी लेकिन कांग्रेस का रुख साफ न होने की वजह से अरविंद केजरीवाल कांग्रेस से नाराज चल रहे है और कांग्रेस को अपना रुख साफ करने को कहा है। 23 जून को पटना में हुए विपक्ष कि मीटींग में अरविंद केजरीवाल मीडीया से मुखातिब हुए बिना चले गए थे और साझा बयान भी जारी नही किया था। अगर अरविंद केजरीवाल नही माने तो विपक्षी एकता के लिए नुकसान होगा।
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