नई दिल्ली. Medical Courses After 12th Science: 12वीं बायोलॉजी विषय से करने वाले अभ्यर्थियों के मन में अक्सर ये सवाल रहता है कि वो 12वीं के मेडिकल के क्षेत्र में कैरियर कैसे बनाए और इसके लिए क्या कोर्स करें. अधिकतर स्टूडेंट्स तो सिर्फ 3-4 कोर्स के बारे में जानते हैं. 12वीं के बाद मेडिकल कोर्स के बार में न जानने की वजह से अधिकतर स्टूडेंट्स का एक वर्ष गैप भी हो जाता है. जिसकी वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. स्टूडेंट्स की इन्हीं समस्याओं को हल करने के लिए हम यहां कुछ ऐसे कोर्स को बता रहे हैं जिनकी मदद से स्टूडेंट्स को 12वीं बाद मेडिकल के क्षेत्र में करियर चुनने में आसानी होगी.
एमबीबीएस (MBBS): 12वीं बायोलॉजी विषय से करने वाले स्टूडेंट्स के लिए एमबीबीएस (MBBS) का कोर्स करना सबसे बढ़िया विकल्प होता है. इसके लिए नीट की परीक्षा हर वर्ष आयोजित की जाती है. इसके अलावा स्टेट लेवल एमबीबीएस के लिए भी एंट्रेंस आयोजित कराया जाता है.
बीडीएस (BDS): बीडीएस (BDS) यानी कि बैचलर इन डेंटर सर्जरी का कोर्स भी स्टूडेंट्स 12वीं बायोलॉजी के बाद कर सकते हैं. यह कोर्स एमबीबीएस की तरफ ही 5 वर्ष का होता है.
बीएससी नर्सिंग (B.SC. NURSING): 12वीं बायोलॉजी विषय से करने के बाद स्टूडे्ंट्स बीएससी नर्सिंग (B.SC. NURSING) का कोर्स भी कर सकते हैं. यह कोर्स 4 वर्ष का होता है. इस कोर्स का मुख्य फोकस फार्मेंसी पर होता है.
डी फॉर्मा (D PHARM): 12वीं बायोलॉजी विषय से करने के बाद स्टूडेंट्स डी फॉर्मा का कोर्स कर सकते हैं. यह कोर्स 6 वर्षों के लिए होता है. यह कोर्स बी फॉर्मा से एडवांस होता है.
बीएमएस (BAMS): 12वी बायोलॉजी विषय से करने के बाद स्टूडेंट्स बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसीन एंड सर्जरी का कोर्स कर सकते हैं. यह कोर्स 5 वर्ष 6 महीने का होता है.
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बीएचएमएस (BHMS) : 12वीं बायोलॉजी विषय से करने के बाद स्टूडेंट्स बीएचएमएस यानी कि बैचलर ऑफ होम्योपैथिक एंड सर्जरी का कोर्स कर सकते हैं. यह कोर्स 5 वर्ष 6 महीनें के लिए आयोजित किया जाता है.
बीयूएमएस (BUMS): यूनानी मेडिकल एंड सर्जरी का कोर्स भी 12वीं बायोलॉजी विषय से करने वाले अभ्यर्थी कर सकते हैं. यह कोर्स भी 5 वर्ष 6 महीने के लिए होता है.
बीपीटी (BPT) : 12वीं बायोलॉजी विषय से करने के बाद स्टूडेंट्स बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी का कोर्स भी कर सकते हैं.
बीपीएससी एंड एएच (B.V.SC. and A.H): 12वीं बायोलॉजी से करने के बाद स्टूडेंट्स बैचर ऑफ वैटरीनरी साइंस और एनीमल हसबैंड्री का कोर्स कर सकते हैं. यह कोर्स 5 वर्षों के लिए होता है.
बीओटी (BOT) : 12वीं बायोलॉजी से करने के बाद स्टूडेंट्स अकूपेशनल थेरीपी का कोर्स कर सकते हैं. यह कोर्स 4 वर्ष 6 महीने के लिए आयोजित किया जाता है.
इसके अलावा अन्य छोटे कोर्स जो मेडिकल के क्षेत्र में आयोजित किये जाते हैं. उनको कर सकते हैं. अधिक जानकारी अभ्यर्थी ऑनलाइन चेक कर सकते हैं.
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