नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बनकर तैयार हुई नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर सियासत लगातार जारी है. अब इसमें बसपा प्रमुख मायावती की भी एंट्री हो गई है. उन्होंने नए संसद भवन पर मोदी सरकार का समर्थन जताया है, हालांकि इसके बावजूद वो उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगी. मायावती के […]
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बनकर तैयार हुई नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर सियासत लगातार जारी है. अब इसमें बसपा प्रमुख मायावती की भी एंट्री हो गई है. उन्होंने नए संसद भवन पर मोदी सरकार का समर्थन जताया है, हालांकि इसके बावजूद वो उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगी. मायावती के शामिल नहीं होने के पीछे एक बड़ी वजह बताई जा रही है.
नए संसद भवन को लेकर यूपी की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमों मायावती का एक बयान सामने आया है. उन्होंने साफ-साफ कहा है कि, जब संसद का निर्माण सरकार ने किया है, तो उसको पूरा हक है कि उद्घाटन भी वही करे. मायावती ने समारोह में निमंत्रण भेजने का आभार भी जताया है.
मायावती ने बोला है कि, ‘ केंद्र में कांग्रेस या बीजेपी किसी की भी सरकार रही हो, बसपा ने देश और जनहित में शामिल मुद्दों पर हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर समर्थन जताया है. ठीक इसी तरह 28 तारिख को होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का भी पार्टी समर्थन करती है. वहीं कई दलों द्वारा राष्ट्रपति द्वारा संसद का उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार करना अनुचित है. ये बात सभी दलों को द्रौपदी मुर्मू जी को निर्विरोध नहीं चुनकर उनके खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करते वक्त ही सोचना चाहिए था.’
गौरतलब है कि मायावती ने निमंत्रण का आभार जताया है. उन्होंने कहा है कि, ‘ नए संसद भवन का निमंत्रण मुझे प्राप्त हुआ है, इसके लिए आभार और मेरी तरफ से शुभकामनाएं. हालांकि पार्टी की लगातार समीक्षा बैठकों की वजह से और पूर्व निर्धारित व्यस्तता के कारण मैं उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी.’
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