Mata Vaishno Devi Navratri Pilgrims Record, Mata Vaishno Devi Navratri Bhakt Record: इस साल शारदीय नवारात्रि पर करीब 3.65 लाख लोगों ने मां वैष्णो देवी के दरबार में माथा टेका. भक्तों का यह आंकड़ा पिछले साल से करीब 50 हजार अधिक है. श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखकर कटरा के व्यापारियों में भी खुशी का माहौल है.
नई दिल्ली. इस साल शारदीय नवारात्रि पर मां वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या ने नौ दिनों में 3 लाख 60 हजार का आंकड़ा पार कर लिया है. यह आंकड़ा पिछले साल से करीब 50 हजार ज्यादा है. इससे पहले साल 2013 में लगभग इतने ही भक्तों ने मां वैष्णो देवी को नमन किया था. 6 साल बाद ऐसा मौका आया है जब माता वैष्णो देवी के दरबार में भक्तों की संख्या 3.65 लाख करीब पहुंची हो.
बीते सालों की यात्रा आंकड़ो को देखा जाए तो साल 2015 में शारदीय नवरात्रि में कुल 276286 श्रद्धालु मां के दरबार में पहुंचे थे जबिक साल 2016 में ये आंकड़ा 250417 पर सिमटा. वहीं साल 2017 में भक्तों का आंकड़ा 3 लाख के पार पहुंचा और साल 2018 में ये आंकड़ा 318753 रहा.
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखकर कटरा के व्यापारियों में भी खुशी का माहौल है. राज्य की वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए मां वैष्णों देवी की यात्रा में काफी गिरावट हुई थी, लेकिन शारदीय नवरात्रों में मां के भक्तों का जमावड़ा देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल के अंत तक श्रद्धालुओं का आना इसी तरह जारी रहेगा.
Also Read, ये भी पढ़ें- Azaan at Durga Puja Pandal: कोलकाता के दुर्गा पूजा पंडाल से अजान करने को लेकर शिकायत दर्ज, शिकायतकर्ता ने कहा- मस्जिद से गीता पाठ करने की हिम्मत है?
Simrandeep Singh, the CEO of Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board (SMVDSB): Mata Vaishno Devi Shrine in Jammu and Kashmir recorded the highest number of pilgrims 3,64,643 during #Navratri2019 from 29 Sept to 7 Oct 2019. pic.twitter.com/3agRMyjjWG
— ANI (@ANI) October 8, 2019
शारदीय नवरात्रि के दौरान मां वैष्णो देवी के दरबार में भक्तों की बढ़ोत्तरी का मुख्य कारण जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया जाना भी माना जा रहा है. इस बार लोगों ने अधिक उत्साह के साथ मां वैष्णो देवी के दर्शन किए. बता दें कि 5 अगस्त को नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधानों को खत्म करने का निर्णय लिया था. इसके अलावा जम्मू कश्मीर को केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा दे दिया गया. लद्दाख को अलग केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा मिला.
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर की बागडोर केंद्र सरकार के हाथ में आ गई. इसके बाद लोगों ने अधिक उत्साह के साथ मां वैष्णो देवी के दर्शन किए. बता दें कि पिछले साल अमरनाथ यात्रा के दौरान हिंसा की घटनाएं सामने आईं थीं. वहीं इस बार आंतकी हमलों के इनपुट के बाद 10 दिनों पहले हीं अमरनाथ यात्रा रोकनी पड़ी थी.