Masood Azhar Dead, Pakistan Army Killed JeM Chief: इटली की पत्रकार फ्रांसिस्को मरीनो ने दावा किया है कि पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड और जैश ए मोहम्मद का चीफ आतंकी मौलाना मसूद अजहर मारा गया है. मरीनो ने बताया कि मसूद अजहर को पाकिस्तानी सेना ने ही 23 जून को रावलपिंडी के आर्मी अस्पताल में ठिकाने लगा दिया. फ्रांसिस्को मरीनो वही पत्रकार हैं जिन्होंने दो महीने पहले भारतीय वायुसेना की बालाकोट में की गई एयर सर्जिकल स्ट्राइक में जेईएम के 130-170 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया था.
नई दिल्ली. इटली की पत्रकार फ्रांसिस्का मरीनो ने पुलवामा हमले के मास्टरमाइंट आतंकी मौलाना मसूद अजहर के मारे जाने का दावा किया है. फ्रांसिस्का मरीनो ने बताया है कि 23 जून को रावलपिंडी के एमिरेट्स आर्मी अस्पताल में सिलेंडर ब्लास्ट हुआ था जिसमें जैश ए मोहम्मद के चीफ और जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड मौलाना मसूद अजहर की मौत हो गई. साथ ही उन्होंने सूत्रों के हवाले से बताया कि पाकिस्तान की आर्मी ने ही मसूद अजहर को मरवाया है. फ्रांसिस्का मरीनो रोम की वही पत्रकार हैं जिन्होंने दो महीने पहले भारतीय वायुसेना की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के 130-170 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया था.
समाचार एजेंसी एएनआई पर फ्रांसिस्को मरीनो का मसूद अजहर के बारे में क्या है सच? नाम से रिपोर्ट छपी है. इस रिपोर्ट में मरीनो ने दावा किया है कि मौलाना मसूद अजहर का पाकिस्तान आर्मी के रावलपिंडी स्थित अस्पताल में इलाज चल रहा था. किडनी फेल होने के कारण मसूद अजहर को भर्ती किया गया था.
23 जून को रावलपिंडी अस्पताल में देर रात ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 10 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. इस ब्लास्ट के बारे में मीडिया को कवर करने से भी बैन कर दिया था. मौलाना मसूद अजहर की इस ब्लास्ट में मौत हो गई.
मरीनो ने एएनआई में छपी रिपोर्ट में बताया है कि यूके के एंटी टेरेरिस्ट थिंक टैंक के फरान जाफरी ने ट्वीट किया और बताया कि यह ब्लास्ट अस्पताल प्रशासन के मैकेनिकल फेलियर की वजह से हुआ और मसूद अजहर को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया. इसके बाद वहां के स्थानीय समाचार वेबसाइट द बलूचवरना ने ट्विटर और आर्टिकल के जरिए बताया कि मसूद अजहर की मौत हो गई.
पाकिस्तानी मुहाजिरों की पार्टी मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट के संस्थापक अध्यक्ष अल्ताफ हुसैन ने 6 जुलाई को ही एक ट्वीट में आर्मी अस्पताल में धमाके में मसूद अजहर की मौत की चर्चा करते हुए कहा था कि कराची के महमूदाबाद मस्जिद में मसूद अजहर की डेड बॉडी के बिना ही जनाजे की नमाज पढ़ने की खबर है.
अल्ताफ हुसैन ने पाकिस्तानी आर्मी के प्रवक्ता से कहा था कि वो चुप क्यों है और इस चर्चा पर मुंह क्यों नहीं खोल रहा है. अल्ताफ हुसैन फिलहाल निर्वासित होकर लंदन में रह रहे हैं. उन्होंने यह ट्वीट उर्दू भाषा में किया गया है, जिसका हिंदी अनुवाद हमने आपको बताया है-
23جون2019ء GHQکےنزدیک ملٹری اسپتال میں زوردار دھماکہ!
وہاں مسعوداظہر زیرعلاج تھا!
اس واقعے پر ڈی جیISPR خاموش!
مسجد حرمین محمودآباد کراچی میں مسعوداظہر کی غائبانہ نمازجنازہ پڑھائے جانے کی اطلاع!
ڈی جی ISPR سے عوام کا سوال، مسوداظہر کہاں ہے؟دھماکے کی ویڈیو ملاحظہ کریں👇 pic.twitter.com/fbngDh5wSi
— Altaf Hussain (@AltafHussain_90) July 6, 2019
अल्ताफ हुसैन की पार्टी एमक्युएम के नेता नदीम अहसन ने भी एक ट्वीट में आर्मी अस्पताल के धमाके में मौलाना मसूद अजहर के मारे जाने की चर्चा करते हुए करांची के महमूदाबाद मस्जिद को चुनौती दी थी कि वो इस बात का खंडन करे या पुष्टि करे कि मस्जिद में मसूद अजहर के जनाजे की नमाज पढ़ी गई है या नहीं. नदीम अहसन का यह ट्वीट भी उर्दू में है-
خفیہ کےبےنامی اثاثےظاہرکرنےکیDEAD لائن؟
23جون2019کوپنڈی کےملٹری ہسپتال میں دھماکہ
میڈیاپراس خبرکامکمل بلیک آؤٹ
اور
گذشتہ دنوں
کراچی کےعلاقےمحمودآبادکی مسجد حرمین میں
مسعوداظہرکی غائبانہ نمازِجنازہ پڑھائی گئی
کیامسجدکی انتظامیہ اوراسکے”سرپرست”
اسکی تصدیق یاتردیدکرناپسندفرمائیں گے؟— Dr. Nadeem Ehsan (@NdmEhsan) July 5, 2019
फ्रांसिस्को मरीनो ने अपने पाकिस्तान में अपने सूत्रों से मसूद अजहर के मारे जाने का पता लगाया. जिसमें यह बात सामने आई कि पाकिस्तानी सेना ने ही जैश ए मोहम्मद चीफ मौलाना मसूद अजहर को मरवाया है.
1 मई को संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में शामिल कर किया था. फ्रांसिस्को मरीनो ने एएनआई में छपी रिपोर्ट में बताया है कि मसूद अजहर को यूएन द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित करने के बाद पाकिस्तानी सेना को उसका सपोर्ट करना शर्मनाक लग रहा था.
साथ ही टेरर फंडिंग पर निगरानी रखने वाले वैश्विक संगठन एफटीएएफ के बढ़ते दबाव के कारण पाकिस्तानी सेना का मसूद अजहर को शरण देना खतरे से खाली नहीं लग रहा था. यही कारण है पाकिस्तान की सेना ने ही मसूद अजहर को मरवा दिया.
दूसरी तरफ एएनआई ने हाल में एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें उसने सूत्रों के हवाले से दावा किया था कि मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के संगठन एलईटी और पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर के संगठन जैश ने अफगानिस्तान के हक्कानी नेटवर्क और अफगान तालिबान से दोस्ती कर ली है और दोनों सरगना ने अफगानिस्तान में शरण ले ली है. हालांकि अब एएनआई ही खुद इटली के पत्रकार के हवाले से मसूद अजहर की मौत का दावा कर रहा है.
गौरतलब है कि 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.
इसके बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर जैश के ठिकानों को तबाह कर दिया था. मई 2019 में इटैलियन पत्रकार फ्रांसिस्को मरीनो ने दावा किया था कि बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक में जेईएम के 130-170 आतंकवादी मारे गए थे.