पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी और पीएमएल-एन नेता मरियम नवाज शरीफ पाकिस्तान की सुंदर राजनेताओं में जानी जाती हैं. मरियम नवाज शरीफ ने साल 2012 में पिता की पीएमएल-एन पार्टी से अपने करियर की शुरूआत की थी. फिलहाल में वे पनामा पेपर्स मामले में अपने पिता के साथ रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं.
नई दिल्ली. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी और पीएमएल-एन नेता मरियम नवाज शरीफ पनामा पेपर मामले में रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं. नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज शरीफ पाकिस्तान की खूबसूरत राजनेताओं में जानी जाती हैं. अपने पिता नवाज शरीफ की पार्टी से मरियम नवाज ने साल 2012 में अपना करियर शुरू किया था. साल 2018 में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पानामा पेपर मामले में मरियम नवाज शरीफ को दोषी माना.
उस दौरान मरियम के पिता नवाज शरीफ को अपने पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा. बाद में मरियम पिता के साथ अपनी मां के इलाज के लिए लंदन चली गईं. जुलाई 2018 में वे लंदन से अपने पिता के साथ वापस आईं, जहां इस्लामाबाद एयरपोर्ट से उन्हें और उनके पिता को गिरफ्तार कर अदियाला जेल ले जाया गया. वहीं पाक असेंबली चुनाव से पहले यह गिरफ्तारी पार्टी के लिए मंहगी साबित हुई और पाक चुनाव में पीएमएल-एन को पछाड़ कर इमरान खान की पीटीआई सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी.
मरियम नवाज शरीफ का जन्म 28 अक्टूबर 1973 में लाहौर में नवाज शरीफ और कुलसुम नवाज शरीफ के घर हुआ. मरियम की शुरूआती पढ़ाई जीसस एंड मैरी कॉन्वेंट से पूरी हुई. पढ़ाई के दौरान वे डॉक्टर बनना चाहती थीं.
स्कूल पूरा होने के बाद मरियम ने किंग एडवर्ड मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया. हालांकि किसी वजह से उन्हें डिग्री पूरे किए बिना ही कॉलेज छोड़ना पड़ा. हालांकि बाद में मरियम से पाकिस्तान की पंजाब यूनिवर्सिटी से साहित्य में ग्रेजुएशन पूरा किया.
साल 1992 में सिर्फ 19 साल की उम्र में ही उनका निकाह सफदर अवान से हुआ. अवान उस दौरान पाकिस्तानी आर्मी के कैप्टन की पोस्ट पर कार्यरत थे. मरियम के पति आवान नवाज शरीफ के कार्यकाल के समय उनके सुरक्षा अधिकारी भी रहे हैं. दोनों के 3 बच्चे हैं.
साल 2012 में मरियम ने अपने पिता की पार्टी पीएमएल-एन से राजनीतिक करियर की शुरूआत की. उस दौरान मरियम को पाकिस्तान के नेशनल असेंबली चुनावों में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई. जहां उन्होंने अपना काम बेहतरीन तरीके से निभाया.
मरियम के अच्छे काम को देखते हुए साल 2013 में उन्हें प्रधानमंत्री यूथ प्रोग्राम की अध्यक्ष बनाया गया. हालांकि उनके पद को लेकर पीटीआई पार्टी भाई-भतीजावाद का आरोप लगाते हुए साल 2014 में लाहौर हाई कोर्ट पहुंची. जिसके बाद मरियम को पद छोड़ना पड़ा.
साल 2017 में पनामा पेपर मामले में पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट द्वारा नवाज शरीफ को पद से हटाने के बाद वे पूरी राजनीति से जुड़ गईं. उन्होंने उप चुनवा में अपनी मां कुलसुम नवाज के लिए चुनाव प्रचार भी किया.
जून साल 2018 लाहौर की एनए-127 और पीपी- 173 से नेशनल असेंबली चुनाव की तैयारी शुरू की. हालांकि जुलाई महीने में पनामा मामले में मरियम नवाज को 7 साल की सजा सुनाई गई. फिलहाल मरियम नवाज अपने पिता के साथ अदियाला जेल में बंद हैं.
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