चंडीगढ़: पंजाब का एक और अग्निवीर कश्मीर में शहीद हो गया है. खन्ना के रामगढ़ सरदार गांव के रहने वाले 23 वर्षीय अग्निवीर अजय सिंह जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गए. राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में गुरुवार को बारूदी सुरंग में विस्फोट होने कारण अजय सिंह की जान चली गई. उनका पार्थिव शरीर शनिवार शाम को गांव पहुंचा, जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. सेना की एक टीम नौशहरा सेक्टर के कलाल इलाके में पोखरा चौकी के पास गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे गश्त कर रही थी तभी बारूदी सुरंग में जोरदार धमाका हुआ. इसमें मौके पर मौजूद तीन जवान चपेट में आ गए. तीनों बुरी तरह से घायल हो गए. इस सभी को अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उपचार के दौरान अजय सिंह ने दम तोड़ दिया।
इस संबंध में शहीद अजय सिंह के पिता चरणजीत सिंह ने बताया कि छह बेटियां होने के बाद उन्हें बेटा हुआ था. वह मजदूरी करते थे और पत्नी भी काम करती थी. वहीं बेटियां भी प्राइवेट नौकरी करती थीं. बेटा अजय सिंह खुद कभी पेंट करने जाता था तो कभी राजमिस्त्री के साथ दिहाड़ी पर काम करने जाता था. 12वीं पास होने के बाद बेटा अजय सिंह साल 2022 में भर्ती हुआ. परिवार को यह आस थी कि बेटा अब सहारा बन गया है, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ऐसे बेटा इस तरह शहीद हो जाएगा. शहादत पर गर्व है, लेकिन खोया हुआ बेटे का दुख कभी नहीं भूला जा सकता।
अगस्त 2023 में शहीद अजय ने परिवार के साथ बर्थडे मनाया था. वह फरवरी में छुट्टी पर घर आने वाले थे. वहीं शहीद अजय के पिता चरणजीत सिंह ने अग्निवीर भर्ती पर सवाल उठाए, शहीद के पिता ने कहा कि चार साल के लिए भर्ती किया जाता है. इसमें न ही कोई पेंशन और न ही कोई लाभ है. आज उनका बेटा शहीद हुआ है और सभी जवान देश के बेटे हैं. ऐसे में केंद्र सरकार को अग्निवीरों को पहले जैसा ही सभी सुविधाएं देनी चाहिए।
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