मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा फिर से गरमा गया है. इस बीच मराठा नेता मनोज जरांगे ने शिंदे सरकार को मराठा आरक्षण के लिए अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा है कि एकनाथ शिंदे सरकार शनिवार सुबह 11 बजे तक आरक्षण का अध्यादेश जारी करें, नहीं तो वे 12 बजे मुंबई के आजाद मैदान पहुंचकर फिर आंदोलन शुरू कर देंगे. बता दें कि मनोज जरांगे का काफिला आज सुबह नवी मुंबई के वाशी पहुंचा. जहां राज्य सरकार के कुछ अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से फोन पर उनकी बात कराई. इसके बाद जरांगे ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से मुझे कुछ जरूरी दस्तावेज मिले हैं.
मनोज जरांगे ने अपने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आरक्षण चाहिए तो फिर लड़ना सीखना होगा. हमें आरक्षण को लेकर रहना है. हम अपनी मांगों को लेकर मुंबई आए हैं. सरकार के अधिकारी निर्णय पहुंचाने के लिए हमारे पास आये थे, लेकिन सरकार का कोई भी मंत्री नहीं आया. जरांगे ने कहा कि कुल 54 लाख कुनबी सर्कुलर मिले हैं. अब सरकार को सर्टिफिकेट बांटना शुरू करना चाहिए. ये सर्कुलर ग्राम पंचायत के बाहर लगाए जाएं, तभी पता चल पाएगा कि कुनबी प्रमाण मिला है या फिर नहीं. उन्होंने कहा कि एक कुनबी सर्टिफिकेट से 50 से 150 लोगों को फायदा होगा. इस तरह मराठाओं को लाभ हासिल होगा.
जरांगे ने आगे कहा है कि राज्य सरकार के मुताबिक अब तक 37 लाख लोगों को कुनबी जाति का सर्टिफिकेट दिया गया है. हमने इसके बारे में अधिक जानकारी मांगी है. एकनाथ शिंदे सरकार ने सर्कुलर ढूंढने के लिए वक्त मांगा है. मनोज जरांगे ने लोगों से कहा कि हमें भी सर्कुलर खोजने में सरकार की मदद करनी होगी. हमारी सभी मांगे कभी एक साथ पूरी नहीं हो सकती हैं, इसलिए हम एक-एक करके सभी मांगों को मनवाएंगे. उन्होंने लोगों से कहा कि एक सर्कुलर मिलने पर उसे सभी सगे-संबंधियों को दिया जाए. इसके लिए सरकार को अध्यादेश जारी करना चाहिए. इसके साथ ही मराठा नेता ने खुद पर और उनके लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए सभी मामलों वापस लेने के की बात भी कही.