Manmohan Singh on Accidental PM: अपनी किताब चेंजिंग इंडिया के विमोचन के मौके पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्हें प्रेस से बात करने में कभी डर नहीं लगा. जब भी विदेश दौरे से लौटता था तो मीडिया से बात जरूर करता था. उन्होंने यह भी कहा कि वह एक्सीडेंटल पीएम नहीं हैं लेकिन देश के पहले एक्सीडेंटल वित्त मंत्री जरूर हैं.
नई दिल्ली. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. सिंह ने कहा कि उन्हें मीडिया से बात करने में कभी डर नहीं लगा. लोग मुझे ‘एक्सीडेंटल पीएम’ कहते हैं लेकिन मैं देश का पहला ‘एक्सीडेंटल वित्त’ मंत्री भी था. अपनी किताब ‘चेंजिंग इंडिया’ के लॉन्च के दौरान मनमोहन सिंह ने यह बात कही. इसी महीने की शुरुआत में राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा था कि साढ़े चार साल हो गए अब तक उन्होंने एक बार भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की. मनमोहन सिंह जब विदेश जाते थे को प्लेन में ही पत्रकारों से बातचीत करते थे. कई बार अखबरों में भी यह चीज छपी है कि ‘प्रधानमंत्री के स्पेशल प्लेन से’. लेकिन मई 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद यह चीज बंद हो चुकी है.
सिंह ने कहा, ”मैं ऐसा पीएम नहीं था, जिसे मीडिया से बात करने से डर लगता हो. हर नियमित तौर पर मीडिया के सवालों का जवाब देता था. जब भी विदेशी दौरे पर जाता था तो उससे लौटने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाता था.” पूर्व पीएम ने तमाम प्रेस वार्ताओं का जिक्र किताब में किया है. लोगों द्वारा मौन कहे जाने पर भी पहली बार मनमोहन सिंह ने चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा, लोग बोलते हैं कि मैं मौन पीएम था, लेकिन मेरी किताब उन्हें इसका जवाब देगी. मैं बतौर पीएम अपनी कामयाबियों को बताना नहीं चाहता, लेकिन जो भी हुआ, वह इस किताब के पांच खंडों में मौजूद है.
इस दौरान सिंह ने यह भी कहा कि तमाम मुश्किलों के बावजूद भारत के एक बड़ी वैश्विक ताकत बनने की राह पर है. उन्होंने विक्टर ह्यूगो का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत के उदय का वक्त आ गया है और कोई ताकत उसे ऐसा करने से नहीं रोक सकती. साल 1991 में जब उन्होंने बतौर वित्त मंत्री बजट भाषण पेश किया था, उस वक्त भी विक्टर ह्यूगो का जिक्र किया था.