लखनऊ. कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में पुलिस हिरासत में हुई मौत मामले में फरार आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर जेएन सिंह और चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा को SIT ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित था. इस मामले में छह पुलिसकर्मी आरोपी हैं और सब पर 1-1 लाख का इनाम है. 27 सितंबर को हुई इस घटना ने यूपी पुलिस का जालिम चेहरा बेनकाब कर दिया था.
पुलिस इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा मनीष गुप्ता की मौत मामले में आरोपी है. दोनों को पुलिस ने होटल से धर दबोचा है.
आपको बता मनीष 27 सितम्बर को अपने दोस्तों से मिलने होटल में पहुंचे थे और तभी वहाँ पुलिस अचनाक चेकिंग के लिए पहुँच गई. पुलिस ने चेकिंग की आड़ में सभी को मारा-पीटा। इस मार पीट में मनीष की मौत हो गई थी जिसके बाद से ही आरोपी पुलिसकर्मी फरार थे.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने किया खुलासा
पुलिस, मनीष गुप्ता को होटल से हॉस्पिटल ले गई और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आपको बता दे मनीष की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हो गया था की उनकी मौत पुलिस के मारपीट के दौरान हो गई थी. पूरे पोस्टमॉर्टम की विडियोग्राफी भी की गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला था कि मनीष के सिर, चेहरे और शरीर पर गंभीर चोट के निशान हैं. मनीष के सिर के अगले हिस्से पर तेज प्रहार किया गया, जिससे उनके नाक के पास से खून बह रहा था. इस मामले में छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था.
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