उत्तर प्रदेश. कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता ( Manish Gupta case ) की गोरखपुर में पुलिस हिरासत में हुई मौत मामले में फरार आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर जेएन सिंह और चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा को SIT ने बीते दिनों गिरफ्तार कर लिया था. कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में पांचवे आरोपी […]
उत्तर प्रदेश. कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता ( Manish Gupta case ) की गोरखपुर में पुलिस हिरासत में हुई मौत मामले में फरार आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर जेएन सिंह और चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा को SIT ने बीते दिनों गिरफ्तार कर लिया था. कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में पांचवे आरोपी हेड कांस्टेबल कमलेश यादव की गिरफ्तारी हो गई है. मामले में आरोपी कुल छह आरोपी पुलिसवाले फरार हो गए थे. इन सब पर पुलिस ने पहले 25-25 हजार फिर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था. 27 सितंबर को हुई इस घटना ने यूपी पुलिस का जालिम चेहरा बेनकाब कर दिया था.
कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड में आरोपित बीते कई दिनों से कचहरी के बहार सरेंडर करने के लिए मंडरा रहे हैं. ऐसे में, पुलिस ने भी कचहरी के बाहर आरोपितों को पकड़ने के लिए सारे इंतज़ामात कर रखे हैं. इसी क्रम में आज कमलेश को गोरखपुर की कैंट पुलिस ने कचहरी के पास से उस वक्त गिरफ्तार कर लिया जब वह सरेंडर करने कोर्ट में जा रहा था.
इसके पहले मंगलवार को पुलिस ने दारोगा राहुल दुबे और सिपाही प्रशांत यादव को रामगढ़ताल क्षेत्र के आजादनगर से गिरफ्तार कर लिया था। तीन दिन पहले इस मामले में मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर जेएन सिंह और दारोगा अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया था. बता दें सभी आरोपित पुलिसवालों पर 1-1 लाख का इनाम घोषित किया जा चूका है.