नई दिल्ली: मणिपुर में पिछले कई महीनों से जातीय हिंसा चल रही है। इसी बीच मणिपुर के सीएम एन बिरेन सिंह ने राजधानी इंफाल में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान सीएम ने जनता को भरोसा दिलाया की राज्य में जल्दी ही शांत लौटेगी। इंफाल में पत्रकारों से बात करते हुए बिरेन सिंह […]
नई दिल्ली: मणिपुर में पिछले कई महीनों से जातीय हिंसा चल रही है। इसी बीच मणिपुर के सीएम एन बिरेन सिंह ने राजधानी इंफाल में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान सीएम ने जनता को भरोसा दिलाया की राज्य में जल्दी ही शांत लौटेगी।
इंफाल में पत्रकारों से बात करते हुए बिरेन सिंह ने कहा कि मणिपुर में जल्द स्थिति सामान्य होगी और राज्य में शांति बहाल की जाएगी।
पुलिस ने जब्त की हथियार और बारूद
हाल ही में मणिपुर पुलिस ने सेंट्रल आर्मी फोर्सेज के साथ मिलकर प्रतिबंधित उग्रवादी समूह सीकेएलए से हथियार और गोला-बारूद पकड़ा था। इस दौरान दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर घटना की जानकारी देते हुए मणिपुर पुलिस की तारीफ की।
सीएम बिरेन सिंह ने लिखा, “मणिपुर पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बलों ने म्यांमार में स्थित आतंकवादी समूह सीकेएलए से कई हथियार, गोला-बारूद, ड्रग्स और नकदी जब्त की है। पकड़े एम इन हथियारों में भारी मात्रा में गोला-बारूद के साथ एके 47, इंसास, स्नाइपर और एम 16 राइफलें शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस ने लगभग 2.5 किलोग्राम वजनी अफीम, 4,86,500 रुपये कैश और कई अन्य सामान भी बरामद किया गया है।”
भारत के खिलाफ साजिश
सीएम ने आगे कहा कि एनआईए की जांच में पता चला है की म्यांमार और बांग्लादेश में आतंकवादी संगठन मणिपुर हिंसा की आड़ में भारत सरकार के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साजिश कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “सीकेएलए कैडरों की गिरफ्तारी और हथियारों की बरामदगी ने एक बार फिर मणिपुर और हमारे देश, दोनों को ही अस्थिर करने की अंतरराष्ट्रीय साजिश का पर्दाफाश किया है।”
मणिपुर हिंसा का कारण
मणिपुर में 3 मई से मैतेई और कुकी जनजाति के बीच हिंसा की शुरुआत हुई थी। बता दें कि मैतेई घाटी बहुल समुदाय है और कुकी जनजाति पहाड़ी बहुल।
मणिपुर के मैतेई समाज की मांग है कि उसको कुकी की तरह ही शेड्यूल ट्राइब का दर्जा मिले। पर कुकी समुदाय के लोग मैतेई समाज की इस मांग का विरोध कर रहे हैं। कुकी समाज का कहना है कि इससे सरकार और समाज पर मैतेई समुदाय का प्रभाव और अधिक मजबूत होगा।
बता दें कि मैतेई, कुकी और नगा मिलिशिया कई सालों से धार्मिक मतभेद के कारण आपस में लड़ते रहे हैं। भारतीय सुरक्षा बलों के साथ भी इनकी झड़प होती रही है। मगर इस बार ये लड़ाई सिर्फ मैतेई और कुकी समुदाय के बीच है।