इम्फाल: मणिपुर में जातीय आरक्षण को लेकर मैतई और कुकी समुदायों के बीच हिंसक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. 4 मई से शुरू हुई इस हिंसा में अब तक 187 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, 1100 से अधिक लोग घायल हउए हैं. इस बीच कांगपोकपी जिले के कांग्चुप चिंगखोंग गांव […]
इम्फाल: मणिपुर में जातीय आरक्षण को लेकर मैतई और कुकी समुदायों के बीच हिंसक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. 4 मई से शुरू हुई इस हिंसा में अब तक 187 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, 1100 से अधिक लोग घायल हउए हैं. इस बीच कांगपोकपी जिले के कांग्चुप चिंगखोंग गांव में मंगलवार को मैतई लोगों की भीड़ ने कुकी समुदाय के चार लोगों को अगवा कर लिया.
जैसे ही 4 लोगों के अगवा होने की खबर फैली, बड़ी संख्या में कुकी लोग अपने हाथों में हथियार लिए घटनास्थल पर पहुंच गए और कांग्चुप की ओर फायरिंग शुरू कर दी. इस घटना में दो पुलिसकर्मियों समेत नौ लोग घायल हो गए हैं. घायल हुए लोगों को राजधानी इम्फाल में स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बताया जा रहा है कि कुकी लोगों के वाहन में एक 65 साल का बुजुर्ग भी सवार था, जिसे मौके पर मौजूद सुरक्षाबलों ने अगवा होने से बचा लिया. बुजुर्ग की पहचान मंगलून हाओकिप के रूप में हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मैतई लोगों से हाथापाई के दौरान उसे काफी चोटें आईं हैं, जिसके चलते सुरक्षाबलों ने उसे नगालैंड के दीमापुर में स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया है.
वहीं, अगवा हुए चार कुकी लोगों की पहचान हो गई है. इनमें नेंगकिम (60), जॉन थंगजिम हाओकिप (25), नीलम (55) और जमखोतंग (40) शामिल हैं. बीती रात तक पुलिस अगवा हुए लोगों की लोकेशन नहीं पता लगा पाई थी. फिलहाल उन्हें रेस्क्यू करने का प्रयास जारी है.