नई दिल्ली : मणिपुर में हिंसा को लगभग 3 महीने होने वाले है. मणिपुर में रोज कहीं न कहीं हिंसा की खबर आती रहती है. इस हिंसा में अभी तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. इसी मुद्दे पर संसद सत्र के दौरान विपक्ष लगातार केंद्र सरकार से सवाल पूछ रहा है. […]
नई दिल्ली : मणिपुर में हिंसा को लगभग 3 महीने होने वाले है. मणिपुर में रोज कहीं न कहीं हिंसा की खबर आती रहती है. इस हिंसा में अभी तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. इसी मुद्दे पर संसद सत्र के दौरान विपक्ष लगातार केंद्र सरकार से सवाल पूछ रहा है. पीएम मोदी अभी तक इस मुद्दे पर संसद में कोई जवाब नहीं दिया है. आज से 2 दिवसीय दौरे पर INDIA ( इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलांयस ) के 21 सांसद मणिपुर का दौरा करेंगे.
जब से संसद सत्र शुरू हुआ है तभी से विपक्ष लगातार सरकार पर हमला बोल रहा है. विपक्ष मांग कर रहा है कि पीएम मोदी मणिपुर के मुद्दे पर संसद में आकर बोले लेकिन अभी तक पीएम मोदी ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया है. मणिपुर दौरे के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि शायद पीएम मोदी मणिपुर को भूल गए है लेकिन हम नहीं भूले है. हमारा प्रतिनिधिमंडल वहां पर जाकर पीड़ितों से मुलाकात करेगा. उन्होंने कहा कि हिंसा प्रभावित इलाकों में तो जाना मुश्किल है लेकिन रहात कैंप में जाकर पीड़ितों से मुलाकत करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि हम इसलिए वहां जा रहे है कि उनकी समस्या समझ सके और उनकी बात संसद में रख सके.
मणिपुर दौरे पर विपक्ष यानी INDIA के 16 सांसद जा रहे है. इनमें सबसे अधिक कांग्रेस के 4 सांसद, जेडीयू के 2, टीएमसी के 1, डीएमके के 1, आरएलडी के 1 सांसद, शिवसेना के 1 (यूबीटी), आप के 1 सांसद और इनके अलवा अन्य विपक्षी दलों के 10 सांसद जा रहा है.
इस दौरे पर जा रहे कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मणिपुर जाकर वहां के लोगों से उनकी समस्या को सुनेंगे. उन्होंने आगे कहा कि वहां पर दिन पर दिन मामला बढ़ता जा रहा है. अगर अभी भी केंद्र सरकार कुछ नहीं करेगी तो हालत और खराब हो सकती है. बता दें कि मणिपुर में कुकी और मैतई समुदाय के बीच हिंसा हो रही है.
Weather: दिल्ली-NCR में 3 दिनों तक बारिश का अलर्ट, हिमाचल में भूस्खलन-बाढ़ का खतरा