Mamata Banerjee PM Narendra Modi Meeting, PM Narendra Modi or Mamata Banerjee ke Bich Meeting: टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी. एक अन्य टीएमसी नेता ने कहा कि बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं की बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की मांग का विरोध कर सकती हैं.
नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बुधवार 18 सितंबर को नई दिल्ली में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की संभावना है. इस मामले से परिचित लोगों ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक चर्चा तेज हो गई है. घटनाक्रमों से अवगत कराने वाले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं ने कहा कि ममता बनर्जी के मंगलवार को दिल्ली पहुंचने की संभावना है. इस मामले से परिचित एक टीएमसी नेता ने कहा कि ममता बनर्जी की पीएम मोदी के साथ प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा करने की योजना है. मुख्यमंत्री राजनीतिक मामलों और प्रशासनिक मुद्दों को अलग रखना चाहती हैं. इस बैठक की मांग पहले की गई थी और इसका किसी हालिया घटना से कोई संबंध नहीं है.
एक अन्य टीएमसी नेता ने कहा कि बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की मांग के खिलाफ विरोध जता सकती हैं. बंगाल की विपक्षी पार्टियों ने हालांकि, बैठक के समय को लेकर राज्य सरकार पर हमला किया है क्योंकि केंद्रीय जांच ब्यूरो, सीबीआई ने कोलकाता पुलिस के पूर्व आयुक्त राजीव कुमार को शारदा चिट फंड में अपनी जांच के तहत हिरासत में लेने की मांग की है.
वाम विधायक सुजन चक्रवर्ती ने कहा, राजीव कुमार ने बंगाल के सत्तारूढ़ दल के नेताओं के कुकर्मों को दबाने की कोशिश कर अपना करियर बर्बाद कर लिया है. अब जबकि उनके आस-पास की सुरक्षा कड़ी हो गई है और ममता बनर्जी की सरकार में अन्य अधिकारियों को घबराहट होने लगी है और वो अपने भतीजे (और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी) और खुद की सुरक्षा कर रही हैं.
दरअसल करोड़ों रुपये के शारदा चिट फंड मामले में सबूतों के साथ छेड़छाड़ के आरोपी कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो, सीबीआई के सामने पेश होने में नाकाम रहे, गिरफ्तारी से सुरक्षा के लिए उनकी याचिका खारिज कर दी गई. सोमवार सुबह, सीबीआई अधिकारियों ने हावड़ा में राज्य सचिवालय का दौरा किया और मुख्य सचिव और गृह सचिव को पत्र भेजकर कुमार के ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी.