नई दिल्ली: 1962 भारत-चीन वॉर के हीरो मेजर शैतान सिंह के मेमोरियल (Major Shaitan Singh Memorial) को ध्वस्त कर दिया गया है. वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर बने बफर जोन की वजह से ऐसा किया गया है. लद्दाख के चुशुल गांव में बनाए गए इस मेमोरियल के तोड़े जाने पर देश के लोगों में नाराजगी […]
नई दिल्ली: 1962 भारत-चीन वॉर के हीरो मेजर शैतान सिंह के मेमोरियल (Major Shaitan Singh Memorial) को ध्वस्त कर दिया गया है. वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर बने बफर जोन की वजह से ऐसा किया गया है. लद्दाख के चुशुल गांव में बनाए गए इस मेमोरियल के तोड़े जाने पर देश के लोगों में नाराजगी है. इस बीच अब कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस पूरे मामले पर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने मेजर शैतान सिंह के मेमोरियल को तोड़कर देश को एक बार फिर से अपने फर्जी देशभक्त होने का सबूत दिया है.
चीन पर “लाल ऑंख” तो ली मूँद,
अपमानित की वीर जाँबाज़ों के बलिदान की हर बूँद !भारत माता के वीर सपूत एवं परम वीर चक्र से सम्मानित, 1962 रेजांग-ला युद्ध के महानायक, मेजर शैतान सिंह के चुशूल, लद्दाख स्थित मेमोरियल को 2021 में ध्वस्त किये जाने की ख़बर बेहद पीड़ादायक है।
1. ख़बरों… pic.twitter.com/fFiCiHI3np
— Mallikarjun Kharge (@kharge) December 30, 2023
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि भारत माता के वीर सपूत एवं परम वीर चक्र से सम्मानित महानायक मेजर शैतान सिंह के मेमोरियल (Major Shaitan Singh Memorial) को 2021 में ध्वस्त किए जाने की खबर बहुत पीड़ादायक है। इसके साथ ही उन्होने शायराना अंदाज में लिखा है कि चीन पर लाल आंख तो ली मूँद, अपमानित की वीर जांबाजों के बलिदान की हर बूंद. इसके बाद खरगे ने केंद्र सरकार से कुछ भी सवाल किए हैं.
1. क्या ये इसलिए किया गया क्योंकि चीन के साथ बातचीत के बाद से अब वो भारतीय क्षेत्र, बफर जोन में आ गया है?
2. 2014 के बाद से मोदी जी और शी जिनपिंग के बीच 20 बैठकों के बाद भी, मोदी सरकार मई 2020 से पहले डेपसांग मैदान, पैंगोंग त्सो, डेमचौक और गोगरा-हॉटस्प्रिंग क्षेत्र के अपने हिस्से पर भारत की यथास्थिति बनाए रखने में विफल क्यों रही है?
3. क्या यह सच नहीं है कि गलवान में सेना के 20 जवानों की शहादत के बाद मोदी जी ने चीन को क्लीन चिट दे दी थी?
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