नई दिल्लीः देश भर में कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर कौतूहल बना हुआ है। वहीं अध्यक्ष पद को लेकर राजस्थान कांग्रेस के स्थानीय विधायकों के अनुशासनहीनता के चलते अशोक गहलोत इस दौड़ से बाहर हो चुके हैं। वहीं इस चुनाव में अब मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम पर अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं। बता […]
नई दिल्लीः देश भर में कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर कौतूहल बना हुआ है। वहीं अध्यक्ष पद को लेकर राजस्थान कांग्रेस के स्थानीय विधायकों के अनुशासनहीनता के चलते अशोक गहलोत इस दौड़ से बाहर हो चुके हैं। वहीं इस चुनाव में अब मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम पर अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं। बता दें कि अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए नामांकन भरने का आज आखिरी दिन हैं।
कांग्रेस के भीतर अध्यक्ष पद की दावेदारी को लेकर चल रहे कयासों पर आज विराम लग जाएगा। आखिरी दिन दावेदारी में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता अपना आवेदन देंगे। पद की दौड़ में पहले स्थान पर जी-23 गुट के शशि थरूर, पार्टी के वफादार दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे और कुमारी शैलजा इत्यादि नेताओं के नाम शामिल हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में अब मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हो गए है। इसके लिए मल्लिकार्जुन खड़गे गुरुवार रात को सोनिया गांधी से मुलाकात भी की है। बता दें कि खड़गे कर्नाटक से पार्टी के दलित नेता हैं। साथ ही पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद खड़गे को चुनाव लड़ने के लिए सहमति मिलने की भी खबर है।
अशोक गहलोत के नामांकन भरने से पहले ही पद के सर्वश्रेष्ठ दावेदार माने जा रहे थे, अब वह नामांकन भी नही भरने की बात कह रहे हैं। अब उनकी जगह पार्टी के दलित नेता मुकुल वासनिक की चर्चा है, लेकिन नामांकन भरेंगे या नहीं, इस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा कर दी है। बता दें कि दिग्विजय सिंह राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल थे, जो अपना नामांकन भरने के लिए पदयात्रा से वापस लौट आए हैं। इनके अलावा अध्यक्ष पद की दौड़ में मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक, मीरा कुमार और कुमारी शैलजा के नामों पर कयास लग रहे हैं।
अब चर्चे हैं कि असल में अशोक गहलोत राजस्थान नहीं छोड़ना चाहते थे। साथ ही गहलोत सचिन पायलट को राजस्थान का कमान देने के लिए भी तैयार नहीं थे। अब विधायकों के अनुशासनहीनता रवैये के बाद अशोक गहलोत की सीएम की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है। जिस पर पार्टी आलाकमान अगले कुछ दिनों में फैसला लेगी।