नई दिल्ली। भारत और मालदीव के बीच राजनीतिक तनाव जारी है। इसी तनातनी के बीच मालदीव के प्रॉसिक्यूटर जनरल हुसैन शमीम (Maldives Prosecutor General Hussain Shamim) पर आज यानी बुधवार (31 जनवरी) को हमला हुआ है। जानकारी के अनुसार, उन पर सरेआम चाकू और कुल्हाड़ी से कई वार किए गए। जिसके बाद शमीम को अस्पताल […]
नई दिल्ली। भारत और मालदीव के बीच राजनीतिक तनाव जारी है। इसी तनातनी के बीच मालदीव के प्रॉसिक्यूटर जनरल हुसैन शमीम (Maldives Prosecutor General Hussain Shamim) पर आज यानी बुधवार (31 जनवरी) को हमला हुआ है। जानकारी के अनुसार, उन पर सरेआम चाकू और कुल्हाड़ी से कई वार किए गए। जिसके बाद शमीम को अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल, उनकी हालत स्थिर है। इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए दी कि वह अब ठीक हैं।
वहीं इस हमले के बाद प्रॉसिक्यूटर जनरल के ऑफिस की तरफ से बयान जारी किया गया है। जिसमें ये कहा गया है कि शमीम पर ये हमला ऐसे समय पर किया गया है, जब हाल के दिनों में कई गैंग्स द्वारा देश के कई सांसदों और अधिकारियों को निशाना बनाया गया है। दरअसल, एमडीपी ने इस हमले को पूरी तरह से प्लांड बताया है। उन्होंने कहा कि यह काफी खतरनाक है और इस घटना की जांच होनी चाहिए।
प्रॉसिक्यूटर जनरल हुसैन शमीम (Maldives Prosecutor General Hussain Shamim) ने कहा कि आप सभी के प्यार और शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया। आज सुबह मुझ पर हमला किया गया। मेरा बायां हाथ फ्रैक्चर हो गया है। लेकिन अब मैं अस्पताल से अपने परिवार के पास घर लौट आया हूं। जल्द ही और फुर्ती के साथ काम पर लौटूंगा और साइकिलिंग और स्विमिंग करूंगा।
बता दें कि मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह की पार्टी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) के द्वारा शमीम को प्रॉसिक्यूटर जनरल (Maldives Prosecutor General Hussain Shamim) नियुक्त किया गया था। भारत से तनातनी को लेकर चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू की सरकार के खिलाफ मालदीव का विपक्ष लगातार हमलावर हो रहा है। मालदीव की विपक्षी पार्टी मालदीव जम्हूरी पार्टी (JP) की मांग है कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों से माफी मांगें।
इतना ही नहीं, राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी है। ये तैयारी ऐसे समय हो रही है, जब महीने भर में भारत और मालदीव के बीच तनाव बढ़ा है। मालदीव की मुख्य विपक्षी पार्टी मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) संसद में महाभियोग लाने जा रही है। जिसे द डेमोक्रेट्स पार्टी का समर्थन भी मिला है। बता दें कि ये दोनों वहीं पार्टियां हैं, जो हाल ही में भारत के समर्थन में खुलकर सामने आईं थी। इन दोनों पार्टियों का कहना था कि मौजूदा सरकार का भारत विरोधी रुख चिंताजनक है। किसी भी बड़े साझेदार और विशेष रूप से लंबे समय से हमारे सहयोगी रहे देश को अलग करना हमारे लिए सही नहीं है।
दरअसल, कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया था। जिस पर मालदीव की सरकार के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी के इस दौरे की कुछ तस्वीरों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसी के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक विवाद गहराया। इस मामले पर विवाद बढ़ने के बाद इन तीनों मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया। वहीं दोनों देशों के बीच इस तनाव के दौरान मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू, चीन के पांच दिन के राजकीय दौरे पर गए थे। इस दौरे से लौटने पर मुइज्जू लगातार भारत पर निशाना साध रहे हैं।
यही नहीं, मुइज्जू ने मालदीव लौटते ही दो टूक कहा कि हमें बुली करने का लाइसेंस किसी के पास नहीं है। हम भले ही छोटा देश हो सकते हैं लेकिन इससे किसी को भी हमें बुली करने का लाइसेंस नहीं मिला है। हालांकि, मुइज्जू ने प्रत्यक्ष रूप से किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि उनका निशाना भारत की तरफ है।
इसके बाद मुइज्जू ने भारत से 15 मार्च से पहले मालदीव से अपने सैनिकों को हटाने के लिए कहा था। बता दें कि चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू ने पांच दिन के अपने चीन दौरे पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। उनका ये चीन दौरा उस समय हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों को सस्पेंड किया गया था।
ये भी पढ़ें- पेटीएम पर आरबीआई की गिरी गाज, 29 फरवरी के बाद इन सेवाओं पर लगाई गई रोक